क्या भारत 2029 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा? : सर्बानंद सोनोवाल

सारांश
Key Takeaways
- भारत 2029 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की तैयारी में है।
- 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं।
- मोदी सरकार के 70 से अधिक दौरे पूर्वोत्तर के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम तेजी से बढ़ रहा है।
- आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मजबूत नींव रखी जा रही है।
नई दिल्ली, 14 जून (राष्ट्र प्रेस) केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बताया कि भारत 2029 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए दृढ़ता से आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने इस तेज प्रगति का श्रेय पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक और भ्रष्टाचार-मुक्त शासन को दिया और कहा कि देश विकास में अजेय उछाल का अनुभव कर रहा है।
एनडीए सरकार की 11वीं वर्षगांठ पर डिब्रूगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सोनोवाल ने कहा कि भारत पॉलिसी पैरालिसिस और वंशवादी कुशासन के युग से आगे बढ़ चुका है और अब देश वेलफेयर-आधारित विकास, युवाओं द्वारा इनोवेशन और रिकॉर्ड-तोड़ इन्फ्रास्ट्रक्चर के विस्तार की ओर अग्रसर है।
उन्होंने उल्लेख किया कि पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी से बाहर आए हैं, जो कि कई यूरोपीय देशों की जनसंख्या से भी अधिक है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत का चौथी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनना केवल शुरुआत है। 2029 तक भारत तीसरे स्थान पर पहुंचेगा।
उन्होंने कहा, "हम विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत के लिए एक मजबूत नींव तैयार कर रहे हैं।"
सोनोवाल ने भारत के तेजी से बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम पर भी प्रकाश डाला, जो 2014 में 30,000 स्टार्टअप से बढ़कर अब 1 लाख से अधिक हो गया है।
उन्होंने कहा, "1.7 करोड़ से अधिक युवा अब देश के स्टार्टअप मूवमेंट का हिस्सा हैं। यह नया भारत है, जो सपने देखने वाले युवाओं और काम करने वालों से भरा हुआ है।"
पूर्वोत्तर के विकास पर बात करते हुए सोनोवाल ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में इस क्षेत्र में कई सकारात्मक बदलाव आए हैं।
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वोत्तर का 70 से अधिक बार दौरा किया है, जो देश के इतिहास में किसी भी अन्य प्रधानमंत्री से अधिक है। उन्होंने एक उपेक्षित क्षेत्र को विकास इंजन में बदल दिया है।"