दिल्ली-एनसीआर में मौसम का मिजाज क्यों बदल रहा है? बारिश और आंधी का दौर आने वाला है

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली और एनसीआर में मौसम में तेजी से बदलाव आ रहा है।
- आईएमडी ने अगले दिनों में हल्की से भारी बारिश की संभावना जताई है।
- आंधी और तेज हवाओं के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
- तापमान में गिरावट आने की संभावना है।
- सुरक्षित रहने के लिए मौसम विभाग की सलाह का पालन करें।
नई दिल्ली, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली और उसके आस-पास के एनसीआर एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। कभी तेज धूप और तेज हवा तो कभी बादलों से घिरे आसमान के चलते तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आगामी दिनों में हल्की से लेकर भारी बारिश की संभावना जताई है।
तेज हवा और बादलों के चलते नागरिकों को भीषण गर्मी और उमस से राहत मिलती नजर आ रही है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक इसी प्रकार का मौसम बना रहेगा, जिसमें गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होगी।
आईएमडी के मुताबिक, 17 से 19 जून तक एनसीआर और उसके आस-पास बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान रात और शाम को आंधी के साथ बारिश के आसार हैं। विशेषकर 18 और 19 जून को मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि शाम और रात के समय 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
इसके साथ ही बिजली चमकने और गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, 20 से 22 जून तक बारिश और गरज-चमक का यह सिलसिला जारी रहेगा। हालांकि इन तीन दिनों के लिए विभाग ने कोई विशेष चेतावनी जारी नहीं की है, लेकिन आकाशीय बिजली के साथ हल्की बारिश और बादलों के छाए रहने की संभावना बनी रहेगी।
20 जून को अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 29 डिग्री सेल्सियस रहेगा, जबकि 21 और 22 जून को तापमान 38 डिग्री तक पहुंच सकता है। लगातार हो रही बारिश और बादलों की आवाजाही के कारण अधिकतम तापमान में भी गिरावट देखी जा सकती है।
पहले जहां तापमान 40 डिग्री के पार था, वहीं अब यह 34-38 डिग्री के बीच रह रहा है। इसके कारण उमस में कमी आई है और लोग कुछ राहत महसूस कर रहे हैं। मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि जिन दिनों अलर्ट जारी किया गया है, उन दिनों अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। बिजली गिरने की संभावना को देखते हुए खुले स्थानों और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें। साथ ही तेज हवाओं के दौरान वाहन सावधानी से चलाएं और सुरक्षित स्थानों पर रुकें।