क्या दिल्ली पुलिस ने इंश्योरेंस पॉलिसी फ्रॉड के बड़े सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया? 10 गिरफ्तार
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली पुलिस ने साइबर फ्रॉड सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया।
- आरोपी फर्जी कॉल्स के माध्यम से ठगी करते थे।
- पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया।
- इस मामले में 20 लाख रुपए से अधिक की राशि फ्रीज की गई।
- साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता जरूरी है।
नई दिल्ली, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। द्वारका के दिल्ली जिले की साइबर पुलिस ने एक विशाल साइबर फ्रॉड सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है। आरोपी लैप्स हो चुकी इंश्योरेंस पॉलिसी की बकाया किश्तों या मैच्योरिटी के नाम पर लोगों को ठगने का कार्य कर रहे थे। पुलिस ने एक महिला सहित 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया और सागरपुर में स्थित फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारा।
आरोपी आरबीआई, दिल्ली हाईकोर्ट, आईआरडीए और एनपीसीआई के फर्जी नोटिस और लोगो का उपयोग कर पीड़ितों को धोखा देते थे। पुलिस ने संदिग्ध बैंक खातों में 20 लाख रुपए से अधिक फ्रीज किए और लगभग एक करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का खुलासा किया। बरामद की गई वस्तुओं में 18 मोबाइल, 4 हार्ड ड्राइव, 2 लैपटॉप, एक क्रेटा कार और फर्जी दस्तावेज शामिल हैं।
इस मामले की शुरुआत एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के विश्लेषण से हुई। एक बैंक खाते में संदिग्ध लेनदेन मिले, जिससे मनी ट्रेल का पता चला। डीसीपी द्वारका अंकित सिंह के निर्देशन में टीम ने जांच शुरू की। बैंक से खाते के धारक निशांत चौहान को पकड़ा गया, जिसने सिंडिकेट के बारे में जानकारी दी।
इसके बाद मास्टरमाइंड साहिल बेरी को द्वारका सेक्टर-6 से गिरफ्तार किया गया। साहिल ने कबूल किया कि वह फर्जी कॉल कर बीमा की राशि दिलाने का झांसा देता था। सागरपुर में उसके कॉल सेंटर पर छापे में किशन, दमन, सुमित और महिला टेलीकॉलर नीरज सहित अन्य को पकड़ा गया। हजारों लोगों का इंश्योरेंस डेटा बरामद हुआ। आगे की जांच में विनय मल्होत्रा, अजय बाजपेयी आदि को गिरफ्तार किया गया। अजय की पेन ड्राइव से फर्जी मुहरें और लेटर मिले।
गिरफ्तार आरोपियों में साहिल बेरी (मास्टरमाइंड, पहले भी राजस्थान में गिरफ्तार), अजय बाजपेयी, निशांत चौहान, विनय मल्होत्रा, किशन कुमार, दमन बख्शी, सुमित गोस्वामी, बृजेश सैनी, निश्चय साहू और नीरज शामिल हैं। आरोपी म्यूल अकाउंट्स का उपयोग कर ठगी की रकम ट्रांसफर कराते थे और कमीशन लेते थे।
एक पीड़ित निश्चय जोशी से करीब 70 लाख रुपए की ठगी हुई। पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।