क्या गढ़चिरौली के छात्रों की इसरो यात्रा उनके भविष्य को बदल देगी?

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क्या गढ़चिरौली के छात्रों की इसरो यात्रा उनके भविष्य को बदल देगी?

सारांश

गढ़चिरौली के छात्रों का इसरो यात्रा पर जाना एक अनोखा अनुभव है। यह यात्रा न केवल उनके लिए प्रेरणादायक है बल्कि यह गढ़चिरौली जैसे क्षेत्रों के बच्चों के सपनों को भी आकार देगी। आइए जानते हैं इस यात्रा के पीछे की कहानी और छात्रों की भावनाएं।

Key Takeaways

  • गढ़चिरौली के 120 छात्रों की इसरो यात्रा एक ऐतिहासिक घटना है।
  • मुख्यमंत्री ने छात्रों को प्रेरित किया और शुभकामनाएं दीं।
  • इस यात्रा से छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ेगी।
  • यह पहल शिक्षा और नवाचार के नए द्वार खोलेगी।
  • छात्रों को बड़े सपने देखने का मौका मिलेगा।

नागपुर, 16 जून (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में नक्सल प्रभावित और आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों के 120 छात्रों के लिए सोमवार का दिन ऐतिहासिक बन गया। सिरोंचा, वांगेपल्ली (अहेरी) और नवेगांव के समाज कल्याण विभाग के आवासीय विद्यालयों के ये छात्र पहली बार बेंगलुरु में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) केंद्र का दौरा करने के लिए रवाना हुए।

इनमें से कई छात्रों ने न तो पहले कभी हवाई जहाज देखा था और न ही जिला मुख्यालय गए थे। इस स्वप्निल यात्रा के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर के डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर छात्रों से मुलाकात की और उन्हें शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री ने छात्रों से बातचीत की और उनसे पूछा कि वे कहां जा रहे हैं, क्या देखने वाले हैं और कैसे यात्रा करेंगे।

उन्होंने बच्चों से कहा, "खूब मेहनत से पढ़ाई करो और जीवन में सफल बनो।"

इस अनूठी पहल की शुरुआत समाज कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त डॉ. सचिन मडावी ने की थी। उनकी इस संकल्पना को जिला कलेक्टर पंडा ने तुरंत मंजूरी दी।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और सह-पालक मंत्री आशीष जायसवाल ने इस योजना के लिए आवश्यक धनराशि उपलब्ध कराई।

इसरो की इस यात्रा से छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में जानने और वैज्ञानिक बनने की प्रेरणा मिलेगी।

कई छात्रों ने बताया कि वे इसरो के वैज्ञानिकों से मिलने और अंतरिक्ष मिशनों के बारे में जानने के लिए उत्साहित हैं।

छात्रों ने बताया कि यह यात्रा न केवल बच्चों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव है, बल्कि यह गढ़चिरौली जैसे पिछड़े क्षेत्रों के छात्रों को बड़े सपने देखने का मौका भी देती है। इस पहल से शिक्षा और प्रेरणा के नए द्वार खुलेंगे, जिससे वे भविष्य में देश के विकास में योगदान दे सकेंगे।

Point of View

तो इसका सकारात्मक असर समाज के विकास पर पड़ता है। गढ़चिरौली जैसे क्षेत्रों में शिक्षा और विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाना न केवल छात्रों के लिए, बल्कि देश के लिए भी महत्वपूर्ण है।
NationPress
19/06/2025

Frequently Asked Questions

इस यात्रा का उद्देश्य क्या है?
इस यात्रा का उद्देश्य छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति जागरूक करना और उन्हें प्रेरित करना है।
छात्रों का इस यात्रा में अनुभव कैसा रहा?
छात्रों ने बताया कि यह उनकी जिंदगी का एक अविस्मरणीय अनुभव है और वे इसरो के वैज्ञानिकों से मिलने के लिए उत्सुक हैं।
मुख्यमंत्री ने छात्रों को क्या सलाह दी?
मुख्यमंत्री ने छात्रों को मेहनत से पढ़ाई करने और अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित किया।