क्या झारखंड में सीजीएल परीक्षा अब दो चरणों में आयोजित होगी?

सारांश
Key Takeaways
- सीजीएल परीक्षा अब दो चरणों में होगी।
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में निर्णय लिया गया।
- अगर आवेदकों की संख्या 50 हजार से कम हुई, तो एक चरण में होगी।
रांची, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन द्वारा आयोजित की जाने वाली कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (सीजीएल) परीक्षा अब दो चरणों (प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा) में संपन्न होगी। हालांकि, यदि आवेदकों की संख्या 50 हजार से कम रही, तो परीक्षा एक ही चरण में आयोजित की जाएगी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस संबंध में संशोधन नियमावली को स्वीकृति दी गई। कैबिनेट सचिव वंदना डाडेल ने जानकारी दी कि बैठक में कुल 26 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। सड़क और शिक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण योजनाओं पर भी कैबिनेट ने मुहर लगाई है।
रांची शहर में अरगोड़ा चौक-रिंग रोड तक फोर लेन सड़क के लिए 141 करोड़ और विवेकानंद स्कूल मोड़ से रिंग रोड तक साइकिल ट्रैक और सर्विस रोड निर्माण के लिए 301 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई। खूंटी में महिला कॉलेज के लिए 57 करोड़ 95 लाख 45 हजार रुपये और सरायकेला-खरसावां जिले के ईचागढ़ में डिग्री महाविद्यालय के लिए 38 करोड़ 76 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं।
दुमका और पलामू में डिप्लोमा स्तरीय राजकीय फार्मेसी संस्थानों के लिए 28-28 पदों के सृजन के प्रस्तावों को भी कैबिनेट ने स्वीकृति दी।
एक अन्य निर्णय में, झारखंड राज्य हिंदू धार्मिक न्यास बोर्ड को हर वर्ष 3 करोड़ रुपये का सहायता अनुदान दिया जाएगा। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के निर्देश पर “झारखंड स्टेट लेजिस्लेटिव फोरम ऑफ एचआईवी-एड्स” के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। इस फोरम के अध्यक्ष विभागीय मंत्री होंगे।
कैबिनेट ने सचिवालय के प्रशाखा पदाधिकारी संवर्ग के अधिकारियों को हर महीने 500 रुपये मोबाइल रिचार्ज भत्ता और 25,000 रुपये मोबाइल खरीदने का प्रस्ताव भी स्वीकृत किया है। राज्य सरकार ने सिपाही से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक के कर्मियों को सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक देने का निर्णय लिया है।
कैबिनेट मीटिंग के दौरान बिजली की स्थिति भी प्रभावित हुई। इस पर सीएम हेमंत सोरेन ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को व्यवस्था में सुधार लाने की सलाह दी। उन्होंने मीडिया से कहा, “भारी बारिश ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में भारी नुकसान पहुंचाया है। सड़कें, पुल-पुलिया और फसलों को नुकसान हुआ है।”