क्या काशी विश्वनाथ धाम में तेज प्रताप यादव के वीडियो ने विवाद खड़ा किया?

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क्या काशी विश्वनाथ धाम में तेज प्रताप यादव के वीडियो ने विवाद खड़ा किया?

सारांश

काशी विश्वनाथ धाम में तेज प्रताप यादव द्वारा रिकॉर्ड किया गया वीडियो विवाद का कारण बन गया है। प्रशासन ने इस पर तुरंत संज्ञान लिया और जांच के आदेश जारी किए। क्या इस मामले में कार्रवाई होगी? जानें पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • वीडियो विवाद से मंदिर प्रशासन की कार्रवाई हुई है।
  • सुरक्षा और पवित्रता को बनाए रखना आवश्यक है।
  • सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त जांच होगी।
  • श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्राथमिकता है।
  • अन्य लोगों के खिलाफ भी कठोर कदम उठाए जाएंगे।

वाराणसी, 14 जून (राष्ट्र प्रेस)। श्री काशी विश्वनाथ धाम परिसर में एक वीडियो बनाने को लेकर बड़ा विवाद उभर आया है। लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव द्वारा मंदिर के रेड ज़ोन क्षेत्र में बनाया गया एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया, जिसके चलते प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की।

मंदिर प्रशासन ने इस मुद्दे को बेहद गंभीरता से लिया है और जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि वायरल वीडियो की सत्यता की जाँच की जाएगी और यदि नियमों का उल्लंघन पाया गया तो संबंधित एजेंसियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर की सुरक्षा, पवित्रता और निर्धारित नियमों का पालन सर्वोपरि है। इस मामले में सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस को संयुक्त जांच का ज़िम्मा सौंपा गया है। प्रशासन ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि परिसर में किसी भी प्रकार की शूटिंग या वीडियो निर्माण नियमों के खिलाफ है और ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

सीईओ ने कहा, “श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा हमारी प्राथमिकता है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो से कई श्रद्धालुओं ने आपत्ति जताई है। जांच के बाद जो भी लोग जिम्मेदार पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।”

इसके साथ ही, मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मंदिर परिसर में नियमों का पालन करें और परिसर की गरिमा बनाए रखें।

बता दें कि तेज प्रताप यादव 12 जून को वाराणसी पहुंचे थे और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर के भीतर एक 52 सेकंड का वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसे उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर साझा किया। वीडियो में तेज प्रताप उस संवेदनशील क्षेत्र में नजर आ रहे हैं, जहां मोबाइल फोन और कैमरा उपयोग करने पर सख्त प्रतिबंध है।

Point of View

हमें इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। धार्मिक स्थलों की पवित्रता और सुरक्षा को बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। इस विवाद में प्रशासन की प्रतिक्रिया सही है, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि समाज में नियमों का पालन किया जाए।
NationPress
19/06/2025

Frequently Asked Questions

तेज प्रताप यादव ने वीडियो कब बनाया?
तेज प्रताप यादव ने यह वीडियो 12 जून को बनाया था।
वीडियो के कारण कौन सी कार्रवाई की गई?
प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं और यदि नियमों का उल्लंघन पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या मंदिर परिसर में वीडियो बनाना मना है?
हां, मंदिर परिसर में वीडियो निर्माण नियमों के खिलाफ है।
इस विवाद में सीआरपीएफ की भूमिका क्या होगी?
सीआरपीएफ को संयुक्त जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
श्रद्धालुओं को क्या सलाह दी गई है?
श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे मंदिर परिसर में नियमों का पालन करें।