क्यों राहुल गांधी को ही विदेशी विश्वविद्यालयों से बुलाया जाता है, जबकि कांग्रेस में अन्य बुद्धिजीवी भी हैं?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस में कई बुद्धिजीवी हैं।
- राहुल गांधी का विदेशी विश्वविद्यालयों से बुलावा एक बड़ा सवाल है।
- विदेशी धरती पर दिए गए उनके बयानों पर विवाद है।
- भाजपा प्रवक्ता ने भारत की छवि पर चिंता जताई है।
- क्या केवल एक व्यक्ति की प्रतिभा ही महत्वपूर्ण होती है?
नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से एक सवाल किया। उन्होंने पूछा कि उनमें ऐसी कौन सी प्रतिभा है जिसके कारण विदेशी विश्वविद्यालय उन्हें आमंत्रित करते हैं।
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी के कोलंबिया में दिए बयान पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी में ऐसी कौन सी प्रतिभा है, जिसके लिए उन्हें विदेश की यूनिवर्सिटी बुलाती है? उन्होंने कहा कि कांग्रेस में एक से एक बुद्धिमान लोग हैं, उन्हें क्यों नहीं बुलाया जाता?"
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "कांग्रेस में पी. चिदंबरम, अभिषेक मनु सिंघवी, शशि थरूर, मनीष तिवारी जैसे विशेषज्ञ लोग मौजूद हैं। न तो जयराम रमेश और न ही सैम पित्रोदा, जो विदेश में रहते हैं और बुद्धिजीवी माने जाते हैं, उन्हें कभी नहीं बुलाया जाता। विदेशी विश्वविद्यालय सिर्फ राहुल गांधी को ही क्यों आमंत्रित करते हैं?"
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "राहुल गांधी को भारत में किसी भी यूनिवर्सिटीज में नहीं बुलाया जाता है। यहां तक कि 2004 से 2014 तक, जब कांग्रेस केंद्र में सत्ता में थी, तब भी उन्हें नहीं बुलाया गया। सवाल ये है कि भारत के बाहर ही उन्हें क्यों बुलाया जाता है। ये अपने आप में यक्ष प्रश्न है।"
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भारत की छवि को विदेशी मंचों पर खराब करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक बार फिर विदेशी धरती पर भारत विरोधी बयान दिया है, जिससे भारत की छवि विदेशों में खराब होती है।
सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी के विदेशी दौरों पर दिए बयानों का हवाला देते हुए कहा, "ग्लोबल टाइम्स ने जनवरी 2023 में कहा था कि भारत ने कुछ साल में अपनी इकोनॉमी को जिस तेजी से सुधार कर दिखाया है, उससे भारत बहुत शक्तिशाली बना है। मैं पूछना चाहता हूं कि विदेश में जाकर बोलने वाले राहुल गांधी को ये चीजें क्यों नजर नहीं आती हैं।"