क्या मोदी से बातचीत पर ट्रंप की प्रतिक्रिया का इंतजार है? : मणिकम टैगोर

सारांश
Key Takeaways
- मोदी-ट्रंप वार्ता पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
- ट्रंप का 14 बार मध्यस्थता का दावा
- भारत की विदेश नीति की स्पष्टता
- कांग्रेस का कड़ा रुख
- ट्रंप की प्रतिक्रिया का इंतजार
नई दिल्ली, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई टेलीफोन वार्ता को लेकर कांग्रेस पार्टी ने कड़ा रुख अपनाया है। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि यह देखना होगा कि ट्रंप इस बातचीत पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं, जिन्होंने 48 दिन में 14 बार मध्यस्थता का दावा किया है।
मणिकम टैगोर ने कहा, "10 अप्रैल से आज यानी 18 जून तक, 48 दिन से अधिक हो चुके हैं। इस दौरान ट्रंप ने 14 बार कहा है कि उन्होंने मध्यस्थता की है या 'व्यापार' शब्द का इस्तेमाल किया है। यह अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री ने ट्रंप से इस विषय पर चर्चा की है। लेकिन भारत की स्थिति और सम्मान के लिए इस मुद्दे पर 48 दिन इंतजार करने की आवश्यकता नहीं थी। अब देखते हैं कि ट्रंप अगले दो-तीन दिन में क्या कहते हैं। भारत सरकार की विदेश नीति का यह सिद्धांत है कि किसी तीसरे देश की मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं है।
जब भाजपा के इस आरोप पर सवाल किया गया कि कांग्रेस पार्टी को देश के प्रधानमंत्री पर भरोसा नहीं है, बल्कि अमेरिका और पाकिस्तान की बातों पर भरोसा है, मणिकम टैगोर ने कहा कि भाजपा के नेताओं का संतुलन बिगड़ चुका है। ट्रंप ने 14 बार "थप्पड़" मारा है और हमारे देश के प्रधानमंत्री चुप हैं। यह देश की कूटनीति और विदेश नीति पर सीधा हमला है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान होनी थी, लेकिन ट्रंप को जल्दी अमेरिका लौटना पड़ा, जिससे ये मुलाकात नहीं हो पाई। इसके बाद ट्रंप के आग्रह पर दोनों के बीच फोन पर वार्ता हुई। विदेश सचिव विक्रम मिस्री के अनुसार, इस दौरान पीएम मोदी ने स्पष्ट कहा कि भारत ने कभी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की है और भविष्य में भी ऐसा नहीं करेगा।