क्या एनआईए ने यूएस 'डंकी' रूट से मानव तस्करी मामले में 2 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की?

सारांश
Key Takeaways
- एनआईए ने मानव तस्करी के आरोप में दो आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की।
- सनी और शुभम अवैध धन लेनदेन में शामिल थे।
- यह मामला 'डंकी' रूट से जुड़ा है, जो मानव तस्करी का एक प्रमुख मार्ग है।
- एनआईए अन्य आरोपियों के खिलाफ भी जांच कर रही है।
- सरकार मानव तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 'डंकी' रूट से भारत से अमेरिका में मानव तस्करी से संबंधित मामले में दो आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट प्रस्तुत की है। एएनआई ने इस वर्ष जुलाई में इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
आरोपियों की पहचान हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला निवासी सनी और दिल्ली के पीरागढ़ी निवासी शुभम संधाल के रूप में हुई। दोनों पर मानव तस्करी और धोखाधड़ी करने के आरोप हैं। इन्हें मुख्य आरोपी गगनदीप सिंह उर्फ गोल्डी की दिल्ली के तिलक नगर इलाके से गिरफ्तारी के लगभग तीन महीने बाद पकड़ा गया था।
एनआईए ने पंजाब पुलिस की ओर से दर्ज मामले के आधार पर कार्रवाई आरंभ की। 18 फरवरी को पंजाब के तरनतारन के गोइंदवाला पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज हुआ था। एनआईए ने मार्च में पंजाब पुलिस से मामला अपने अधीन लिया। 13 मार्च को एनआईए ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए मुकदमा लिखा।
जांच में पाया गया कि सनी, 'डंकी' रूट से मानव तस्करी में सक्रिय रूप से संलग्न था। 2021 से 2023 तक मेक्सिको में रहने के दौरान, उसने गोल्डी और अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर अवैध रूप से सीमा पार कराने और पीड़ितों को गैरकानूनी तरीके से हिरासत में रखने में मदद की। उसने हवाला और बैंक ट्रांसफर के जरिए भुगतान प्राप्त किए।
जांच एजेंसी के अनुसार, 2023 में भारत लौटने के बाद आरोपी सनी लॉजिस्टिक्स समन्वय करता रहा, हवाला लेनदेन का प्रबंधन करता रहा और सीधे 'डंकी' रूट से पीड़ितों को भेजता रहा।
शुभम संधाल एक हवाला एजेंट था। वह मुख्य रूप से गोल्डी और उसके साथियों के द्वारा संचालित मानव तस्करी सिंडिकेट के लिए अवैध धन लेनदेन में संलग्न था। एनआईए की जांच से यह स्पष्ट हुआ है कि शुभम ग्राहकों से पैसे इकट्ठा करता था और हवाला नेटवर्क के जरिए उन्हें विदेश भेजता था। उसका मुख्य कार्य भारत, मेक्सिको और अमेरिका के बीच अवैध धन का प्रबंधन और स्थानांतरण करना था।
इस मामले में अन्य आरोपियों के खिलाफ एएनआई की जांच जारी है। जांच एजेंसी अवैध तस्करी सिंडिकेट्स को ध्वस्त करने के लिए प्रयासरत है, जो कानूनी वीजा के झूठे वादों के साथ निर्दोष लोगों को ठगने और शोषण करने में संलग्न हैं।