क्या नोएडा में सड़क, स्टेडियम और सोसायटियों में लापरवाही की गई?

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क्या नोएडा में सड़क, स्टेडियम और सोसायटियों में लापरवाही की गई?

सारांश

नोएडा के सीईओ ने हालिया निरीक्षण में सड़कों और स्टेडियम की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की। अवर अभियंता और स्वास्थ्य निरीक्षक का एक माह का वेतन रोका गया, वहीं लापरवाह कंपनी पर 5 लाख का जुर्माना लगाया गया। जानिए क्या है इस निरीक्षण की पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • नोएडा में सीईओ का औचक निरीक्षण हुआ।
  • अवर अभियंता और स्वास्थ्य निरीक्षक का वेतन एक माह के लिए रोका गया।
  • लापरवाह कंपनी पर ₹5 लाख का जुर्माना लगाया गया।
  • साफ-सफाई और निर्माण की स्थिति में सुधार की आवश्यकता है।
  • आवश्यक कार्रवाई के लिए संबंधित सोसाइटियों को नोटिस जारी किए गए।

नोएडा, 16 जून (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने सोमवार को शहर के विभिन्न स्थानों पर औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सड़कों, नोएडा स्टेडियम और अन्य सेक्टर में पाई गई कमियों पर अवर अभियंता और स्वास्थ्य निरीक्षक की लापरवाही को देखते हुए उनका एक महीने का वेतन रोकने के आदेश दिए। इसके साथ ही, लापरवाही करने वाली कंपनी पर ₹5 लाख का जुर्माना भी लगाया गया।

सीईओ लोकेश एम ने शहर के महत्वपूर्ण क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने सेक्टर-136, 137, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे और सेक्टर-21ए स्थित नोएडा स्टेडियम का दौरा किया और साफ-सफाई, निर्माण कार्यों और अनुरक्षण की स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण की शुरुआत सेक्टर-137 के टी-प्वाइंट से हुई, जहां पहले दिए गए सौंदर्यीकरण एवं ट्रैफिक सुधार के निर्देशों के बावजूद कार्य मानकों के अनुरूप नहीं पाए गए।

सीईओ ने घिसी हुई पेवर ग्रास टाइल्स और अन्य घटिया निर्माण कार्यों पर नाराजगी जताई और संबंधित अवर अभियंता का एक माह का वेतन काटने का आदेश दिया। इसके अलावा, एनजीटी एवं शासन के आदेशों के अनुसार टाइल्स लगाने के निर्देश भी जारी किए। टी-प्वाइंट पर भारी मात्रा में कूड़ा पाया गया और सेक्टर-136137 में कोई सफाई कर्मचारी उपस्थित नहीं थे। इस लापरवाही पर संबंधित स्वास्थ्य निरीक्षक के वेतन में एक माह की कटौती के निर्देश दिए गए।

अगले चरण में, जलभराव और भविष्य में संभावित ड्रेनेज समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए पाया गया कि विभिन्न सोसायटियों का सीवरेज और बिना ट्रीटमेंट का जल सीधे नालों में बहाया जा रहा है। इस पर सीईओ ने संबंधित सोसाइटियों को नोटिस जारी कर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा। उन्होंने निरीक्षण के दौरान फ्लाईओवर के पास सर्विस रोड पर अवांछित निर्माण सामग्री पाई, जिसे तुरंत हटाने के निर्देश दिए। वहीं, एक्सप्रेस-वे के सेंट्रल वर्ज पर चल रहे पेंटिंग कार्य की धीमी प्रगति और घटिया गुणवत्ता पर कॉन्ट्रैक्टर कंपनी पर ₹5 लाख की पेनल्टी लगाई गई।

उन्होंने कहा कि यदि एक सप्ताह में कार्य में सुधार नहीं हुआ तो कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। इसके बाद वे अधिकारियों के साथ सेक्टर-18 फ्लाईओवर पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने धूमिल हो चुके पेंट को फिर से करवाने और एमपी-2 मार्ग पर बने एलिवेटेड रोड की नियमित सफाई के निर्देश दिए। निरीक्षण के अंत में, सीईओ ने सेक्टर-21ए स्थित नोएडा स्टेडियम का दौरा किया। वहां पार्किंग लॉट की खराब स्थिति, क्षतिग्रस्त जाल और अत्यंत दयनीय सफाई व्यवस्था को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए। स्टेडियम की सफाई अगले 24 घंटे में पूरी कराने के आदेश दिए गए।

Point of View

इस निरीक्षण ने नोएडा शहर की विकास प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही को प्रोत्साहित किया है। यह कार्रवाई दिखाती है कि सरकारी अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए और नागरिकों के हित को प्राथमिकता देनी चाहिए।
NationPress
20/06/2025

Frequently Asked Questions

नोएडा प्राधिकरण द्वारा किस प्रकार की कार्रवाई की गई?
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने अवर अभियंता और स्वास्थ्य निरीक्षक का वेतन रोकने के निर्देश दिए और लापरवाही करने वाली कंपनी पर जुर्माना लगाया।
क्या निरीक्षण में अन्य समस्याएं सामने आईं?
हाँ, कई सेक्टरों में जलभराव और साफ-सफाई की कमी पाई गई, जिससे स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है।