क्या पटना पुस्तक मेला 5 दिसंबर से शुरू होगा? डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी करेंगे उद्घाटन
सारांश
Key Takeaways
- पटना पुस्तक मेला का उद्घाटन 5 दिसंबर को होगा।
- इस बार 200 स्टॉल होंगे और 300 से अधिक नए कार्यक्रम होंगे।
- उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी उद्घाटन करेंगे।
- बच्चों और कॉलेज के छात्रों के लिए मुफ्त प्रवेश की व्यवस्था।
- प्रतिष्ठित प्रकाशकों की भागीदारी।
पटना, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में 5 दिसंबर से सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) द्वारा आयोजित पटना पुस्तक मेला शुरू होने जा रहा है। यह मेला 16 दिसंबर तक चलेगा और इसका उद्घाटन बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी करेंगे। पटना पुस्तक मेला के लिए गांधी मैदान को सजाया जा रहा है।
सीआरडी का यह पुस्तक मेला इस बार वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख घटना बनकर उभरने वाला है। इस साल रत्नेश्वर द्वारा रचित दुनिया का सबसे महंगा ग्रंथ ‘मैं’ की प्रदर्शनी भी यहां होगी। पटना पुस्तक मेला में प्रवेश रामगुलाम चौक, गांधी मैदान के 10 नंबर गेट से होगा। इस बार मेले के लिए तीन प्रवेश द्वार उपलब्ध रहेंगे। तीनों द्वार पर टिकट काउंटर भी होंगे। ड्रेस में स्कूल के बच्चों के लिए प्रवेश मुफ्त होगा।
सोमवार से शुक्रवार तक कॉलेज के छात्रों को प्रवेश के लिए मुफ्त टिकट दिया जाएगा। पटना पुस्तक मेले के संयोजक अमित झा ने बताया कि एक्टिविटी जोन का नाम प्रसिद्ध शायर कासिम खुर्शीद के नाम पर रखा गया है। इस बार स्थलों और भवनों का नाम हमारे आचार्यों के नाम पर रखा जाएगा।
मुख्य द्वारों के नाम अगस्त्य मुख्य द्वार, विश्वामित्र मुख्य द्वार, और चरक मुख्य द्वार रखे गए हैं, जबकि स्थलों के धन्वंतरि प्रशासनिक भवन, व्यस मंच, कश्यप मंच, माधव कला दीर्घा, सिनेमा उनेमा का भृगु हॉल, और आओ आओ नाटक देखो का नाम आचार्य सुश्रुत रखा गया है। सीआरडी पटना पुस्तक मेले के अध्यक्ष और प्रसिद्ध साहित्यकार रत्नेश्वर ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार लगभग तीन सौ नए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
प्रमुख कार्यक्रमों में तेरी मेरी प्रेम कहानी, मुशायरा, कवि सम्मेलन, ज्ञान और गुरुकुल, संपादक से संवाद, किताब के शब्द उच्चरित हुए, युवा स्वर, स्वास्थ्य-संवाद, सिनेमा-उनेमा, कला दीर्घा, जनसंवाद, आओ आओ नाटक देखो, कैंपस, स्कूल उत्सव, हमारे हीरो आदि शामिल हैं।
इस बार सीआरडी पटना पुस्तक मेले में 200 स्टॉल होंगे। इनमें प्रभात प्रकाशन, राजकमल प्रकाशन, वाणी प्रकाशन, भारतीय ज्ञानपीठ, उपकार प्रकाशन, प्रकाशन संस्थान, दिनकर पुस्तकालय, सेतु प्रकाशन, सम्यक प्रकाशन, ओसवाल बुक्स एंड लर्निंग, ओसवाल प्रिंटर्स, खन्ना पब्लिशर्स, मंजुल प्रकाशन, दिव्यांश पब्लिकेशंस, हिंद युग्म, साहित्य अकादमी, बहाई, जनचेतना, अहमदिया मुस्लिम जमात, उपहार, एनसीपीयूएल आदि प्रकाशक भाग लेंगे।