क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोवा में भगवान राम की 77 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करेंगे?
सारांश
Key Takeaways
- 28 नवंबर को भगवान राम की 77 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण।
- प्रतिमा का निर्माण राम सुतार के द्वारा।
- गोकर्ण पर्तगाली मठ का 550वां साल।
- भजन सप्ताह का आयोजन।
- सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण।
नई दिल्ली, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण के बाद, पीएम मोदी एक बार फिर से सनातन धर्म और राष्ट्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने जा रहे हैं। 28 नवंबर को, प्रधानमंत्री मोदी गोवा के गोकर्ण पर्तगाली जीवोत्तम मठ में 77 फुट ऊंची भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
गोकर्ण पर्तगाली मठ के 550 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में, प्रधानमंत्री मोदी कांस्य से बनी 77 फुट ऊंची भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। यह प्रतिमा गुजरात की नर्मदा नदी के किनारे स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के समान होगी। प्रतिमा पर कार्य जारी है। यह प्रतिमा अद्वितीय है क्योंकि इसका स्वरूप अयोध्या की मूर्ति से काफी मिलता-जुलता है, जिसमें भगवान राम के हाथ में धनुष और बाण हैं, और उनके चेहरे पर सौम्यता और दिव्यता का भाव है।
यह बताया गया है कि इस प्रतिमा को नोएडा के प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार के मार्गदर्शन में बनाया जा रहा है। उन्होंने पहले सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा का डिजाइन भी किया था। अब उन्होंने गोवा की राम मूर्ति का डिजाइन बनाया है। इसके अलावा, रामायण थीम पार्क और राम संग्रहालय का भी निर्माण किया जा रहा है।
गोकर्ण पर्तगाली मठ के 550वें साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 550 करोड़ रुपए का राम नाम जप अभियान और भजन सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है, जो 24 नवंबर से शुरू होकर 31 दिसंबर तक चलेगा। इसके अतिरिक्त, 11 दिन का उत्सव भी मठ में मनाया जाएगा, जिसमें भजन कीर्तन और विशेष पूजा-पाठ का आयोजन होगा।
गोकर्ण पर्तगाली मठ, सारस्वत ब्राह्मण समुदाय के सबसे सम्मानित मठों में से एक है। इसकी स्थापना श्री राम चंद्र तीर्थ ने 1656 ईस्वी में की थी। मठ के अंदर भगवान राम, भगवान लक्ष्मण और मां सीता मुख्य देवताओं के रूप में पूजे जाते हैं। मठ के परिसर में अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं भी स्थापित हैं। देशभर में इस मठ की 33 अलग-अलग शाखाएं हैं।