क्या प्रयागराज में तैराकों ने योगासन के माध्यम से लोगों को जागरूक किया?

सारांश
Key Takeaways
- जलयोग से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- यह तैराकों के लिए एक अनूठा अनुभव है।
- योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक अच्छा तरीका है।
- स्वास्थ्य के लिए 10 मिनट का योग अवश्य करें।
- यह सभी आयु वर्ग के लिए लाभकारी है।
प्रयागराज, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में विश्व योग दिवस को विशेष बनाने के लिए बरगद घाट के निकट यमुना नदी में जलयोग का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत तैराकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। तैराक योगासन के पोस्टर हाथों में लिए हुए लोगों को योग के प्रति जागरूक करते हुए दिखाई दिए।
इस कार्यक्रम में तैराकी सीखने वाले प्रशिक्षुओं के साथ-साथ शहर के युवाओं और छात्रों ने भी भाग लिया। यहाँ लोगों में योग दिवस को लेकर विशेष उत्साह देखा गया।
तैराकी प्रशिक्षक ने उपस्थित लोगों को विभिन्न योग मुद्राओं में जलयोग कराया। इसमें सूर्य नमस्कार, शवासन, वज्रासन, मत्स्यासन, अनुलोम-विलोम के साथ ही 'ओम' का उच्चारण भी शामिल था। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भी जलयोग का आयोजन किया जाएगा।
जलयोग के महत्व पर चर्चा करते हुए प्रशिक्षक प्रणव उपमन्यु ने बताया कि पानी में सांस को रोकना और छोड़ना शरीर की क्षमता को बढ़ाता है। जलयोग हमारे शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। इससे भौतिक और आध्यात्मिक रूप से लाभ मिलता है। विश्व योग दिवस को भव्य तरीके से मनाने की तैयारी की जा रही है। तैराकों का कहना है कि जलयोग से दोहरा लाभ प्राप्त होता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह हमारे फेफड़ों के लिए बहुत फायदेमंद है। योग के माध्यम से हम कई बीमारियों से बच सकते हैं। लोगों को अपने स्वास्थ्य के लिए प्रतिदिन 10 मिनट का समय अवश्य निकालना चाहिए।
एक अन्य तैराक ने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए योग करना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि योग से निरोगी काया प्राप्त होती है। यह बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए लाभकारी होता है। योग से शरीर को मजबूती मिलती है और शारीरिक और मानसिक समस्याएँ दूर होती हैं। योग करने से कई प्रकार की बीमारियों से निजात मिलती है। वंशिका ने बताया कि पानी के साथ योग करने से मन को शांति मिलती है। पीएम मोदी ने भी कहा है कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग आवश्यक है।