क्या लालू यादव के परिवार की पार्टी है राजद?

सारांश
Key Takeaways
- लालू यादव का भविष्य पार्टी के भीतर पारिवारिक विवादों पर निर्भर करेगा।
- तारकिशोर प्रसाद ने राजद को परिवार की पार्टी बताया।
- गरीबों के अधिकारों की रक्षा के लिए सही नेतृत्व की आवश्यकता है।
- भाजपा का सामना करने के लिए आरजेडी को सशक्त बनाना आवश्यक है।
- बिहार के विकास के लिए सही दृष्टिकोण आवश्यक है।
पटना, २४ जून (राष्ट्र प्रेस)। लालू प्रसाद यादव एक बार फिर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। इस पर पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल वास्तव में लालू प्रसाद यादव के परिवार की पार्टी है। वह कभी भी पार्टी के कर्मठ नेताओं को सर्वोच्च पद पर नहीं बैठाना चाहेंगे।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि राजद लालू प्रसाद यादव के परिवार की पार्टी है, और वह आजीवन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहेंगे। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव को यह भली-भांति ज्ञात है कि एक राजनीतिक पार्टी के तहत उन्होंने किस प्रकार अपनी संपत्ति में वृद्धि की है। अपने १५ साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने कुशासन किया और नौकरी के नाम पर गरीबों की ज़मीनों को लिखवाया। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि वह राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनेंगे। तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए लालू यादव हर प्रकार के उपाय अपनाने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि लालू यादव के परिवार की स्थिति अच्छी नहीं है, दोनों बेटे अलग-अलग रह रहे हैं, बहू के साथ विवाद है, और बड़ा बेटा प्रेम-प्रसंग में उलझा है। परिवार उनके नियंत्रण में नहीं है। इसलिए उनका प्रयास है कि आरजेडी पारिवारिक ढांचे के भीतर ही रहे।
उन्होंने आगे कहा कि हमने अपने कार्यकाल के दौरान बेहतर प्रशासन दिया है और कई कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुँचाने में सफल रहे हैं। प्रशांत किशोर जैसे लोग चुनाव के समय अपनी पार्टी बनाते हैं, लेकिन भाजपा उन्हें चुनौती के रूप में नहीं देखती। मुझे नहीं लगता कि प्रशांत किशोर वोटकटवा साबित होंगे।
उन्होंने कहा कि बिहार में चुनाव हो रहे हैं, इसलिए स्वाभाविक है कि नेता यहाँ आ रहे हैं। केंद्र की सत्ता बिहार और उत्तर प्रदेश से होकर जाती है और राहुल गांधी की नजर सत्ता पर है। हमारा दृष्टिकोण है कि हम बिहार को कैसे विकसित करें।