क्या कांग्रेस नेता राकेश सिन्हा ने बिहार में एनडीए के घोषणा पत्र को ठग पत्र बताया?

Click to start listening
क्या कांग्रेस नेता राकेश सिन्हा ने बिहार में एनडीए के घोषणा पत्र को ठग पत्र बताया?

सारांश

बिहार चुनाव में एनडीए के घोषणा पत्र को लेकर कांग्रेस नेता राकेश सिन्हा ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसे गुमराह और ठग पत्र करार दिया है। उनका कहना है कि एनडीए की सरकार दलितों और अल्पसंख्यकों के प्रति अत्याचार कर रही है। क्या यह सच है? जानें पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • एनडीए की घोषणापत्र को गुमराह और ठग पत्र कहा गया है।
  • राकेश सिन्हा ने दलितों के प्रति एनडीए की नीतियों की आलोचना की।
  • घाटशिला उपचुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा का समर्थन किया जाएगा।
  • 31 अक्टूबर को इंदिरा गांधी के बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया।
  • महागठबंधन की सरकार बनने की संभावना है।

रांची, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव के संदर्भ में एनडीए ने शुक्रवार को अपना घोषणा पत्र प्रस्तुत किया है, जिसे झारखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने गुमराह पत्र और ठग पत्र करार दिया है।

राकेश सिन्हा ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में एनडीए के घोषणापत्र पर तीखा कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, "यह कोई घोषणापत्र नहीं, बल्कि गुमराह पत्र है। यह ठग पत्र है। भाजपा और एनडीए ने पहले भी कई घोषणापत्र जारी किए हैं। हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया गया था, लेकिन क्या यह धरातल पर उतरा? ये सिर्फ घोषणापत्र में दलितों के हितैषी बनते हैं।"

उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार है और वहां के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं, लेकिन फिर भी एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी जाती है। सरकार इस पर कोई कार्रवाई नहीं करती। एनडीए की सरकार कभी भी दलितों की हितैषी नहीं रही है।

राकेश सिन्हा ने कहा कि धरातल पर भाजपा और एनडीए की सरकार दलितों और अल्पसंख्यकों के प्रति अत्याचार कर रही है। इसी प्रकार से उन्होंने बिहार में अपना घोषणा पत्र गुमराह पत्र की तरह प्रस्तुत किया है। जनता अब इनके बहकावे में नहीं आने वाली है। बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है।

उन्होंने कहा, "आज 31 अक्टूबर इंदिरा गांधी का शहादत दिवस है, बलिदान दिवस है। उन्होंने देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की बलि दी। राष्ट्र की मजबूती के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित किया। आज इंदिरा को नमन करने का दिन है।"

कांग्रेस प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने घाटशिला उपचुनाव में इंडिया गठबंधन को लेकर कहा, "ये कोई एजेंडा नहीं है। घाटशिला का उपचुनाव है। चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा चुनाव लड़ रही है। स्वाभाविक तौर पर वहां झारखंड मुक्ति मोर्चा से पूर्व विधायक भी जीते हैं। तो वहां जेएमएम चुनाव लड़ रही है और कांग्रेस जो सहयोग करना है, वो करेगी। हम धरातल पर सहयोग कर रहे हैं, हम पोस्टर के लिए सहयोगी नहीं हैं।"

Point of View

यह स्पष्ट है कि राजनीतिक घोषणापत्र केवल चुनावी बयानों तक सीमित नहीं होते। जनता के सच्चे प्रतिनिधि बनने के लिए, नेताओं को अपने वादों को पूरा करना चाहिए। राकेश सिन्हा के आरोप गंभीर हैं और इस पर विचार करने की आवश्यकता है।
NationPress
31/10/2025

Frequently Asked Questions

राकेश सिन्हा ने एनडीए के घोषणा पत्र को क्यों ठग पत्र कहा?
उन्होंने कहा कि यह घोषणापत्र वास्तव में गुमराह करने वाला है और पहले किए गए वादों को पूरा नहीं किया गया है।
क्या एनडीए ने दलितों के लिए कोई ठोस कदम उठाए हैं?
राकेश सिन्हा के अनुसार, एनडीए की सरकार दलितों के प्रति हमेशा से ही उदासीन रही है।