क्या उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने महाराष्ट्र में विकास परियोजनाओं की समीक्षा की?

सारांश
Key Takeaways
- महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की समीक्षा की गई।
- स्वामित्व वाली इमारतों में स्थानांतरित करने की योजना।
- मराठवाड़ा के विकास के लिए रेलवे परियोजना को गति देने का निर्णय।
- राज्य में नागरिकों को असुविधा न हो, इसे सुनिश्चित करने की दिशा में कदम।
- कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा।
मुंबई, २५ जून (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बुधवार को परियोजना नियंत्रण कक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया, जिसमें राज्य की चल रही महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की समग्र समीक्षा की गई।
बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार की अध्यक्षता में परियोजनाओं की गहराई से जांच की गई। राज्य सरकार के सभी कार्यालयों को किराए की जगह स्वामित्व वाली इमारतों में स्थानांतरित करने के लिए एक विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। इस कार्य के लिए आवश्यक निधि उपलब्ध कराने और इमारतों के निर्माण को प्राथमिकता देने की दिशा में चर्चा की गई।
बैठक में परियोजनाओं के समय में पूर्णता के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए गए। साथ ही, मराठवाड़ा के विकास के लिए महत्वपूर्ण 'अहिल्यानगर-बीड-परली' रेलवे परियोजना को तेजी लाने की बात भी की गई। राज्य में विकास कार्यों से नागरिकों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्णय लिया गया।
बैठक में शिवाजीनगर-हिंजवडी मेट्रो और पुणे मेट्रो 1 और 2 लाइनों के कार्य की समीक्षा की गई, जो पुणे शहर के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।
रेवास से रेडी किनारा राजमार्ग के कार्य को तेज करने के निर्देश दिए गए, जिससे कोंकण क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, लोनावला में स्काईवॉक, सतारा में मेडिकल कॉलेज, और अन्य कई परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा की गई।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार के पास वित्त और योजना विभाग के साथ-साथ एक्साइज विभाग की जिम्मेदारी भी है।