क्या योग संगम के लिए रजिस्ट्रेशन का ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना?

सारांश
Key Takeaways
- योग संगम कार्यक्रम ने नया रजिस्ट्रेशन रिकॉर्ड बनाया है।
- 4 लाख से अधिक संगठनों ने भागीदारी की है।
- 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा।
- योग का महत्व सिर्फ स्वास्थ्य के लिए नहीं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी है।
- राजस्थान और आंध्र प्रदेश सबसे आगे रहे हैं।
नई दिल्ली, 19 जून (राष्ट्र प्रेस)। योग संगम कार्यक्रम के लिए रजिस्ट्रेशन की संख्या ने एक नया इतिहास रच दिया है। 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य आयोजन योग संगम में अब तक 4 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। यह भारत की पारंपरिक स्वास्थ्य पद्धतियों की सफलता और योग के प्रति लोगों के उत्साह का प्रतीक है। आंकड़े दर्शाते हैं कि देश में पहले कभी किसी कार्यक्रम में इतनी बड़ी संख्या में भागीदारी नहीं हुई है। 21 जून को पूरे विश्व में 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा।
21 जून, 2025 को सुबह 6:30 बजे से 7:45 बजे तक होने वाला योग संगम अब तक का सबसे बड़ा सामूहिक योग कार्यक्रम बनने जा रहा है। आईआईटी, आईआईएम, कॉर्पोरेट कंपनियों, एनजीओ और आम जनता से लेकर सभी क्षेत्र के लोग इस अभियान में शामिल हो रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 21 जून को देशभर में लाखों स्थानों पर सामूहिक योगाभ्यास किया जाएगा, जो भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक ऐतिहासिक क्षण होगा। इस दिन को खास बनाने के लिए पूरे देश में लोग एकजुट होकर योग करेंगे।
सबसे बड़ा आयोजन आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में होगा, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और आयुष एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री प्रतापराव जाधव स्वयं भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में 5 लाख से अधिक लोग एक साथ योग करेंगे। इस वर्ष की थीम है: "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग", जो यह संदेश देती है कि योग सिर्फ शरीर के लिए नहीं, बल्कि पूरे ग्रह के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
योग संगम कार्यक्रम के लिए रजिस्ट्रेशन में राजस्थान और आंध्र प्रदेश सबसे आगे रहे हैं, जहां 1.38 लाख से अधिक संगठनों ने पंजीकरण कराया है। उत्तर प्रदेश में 1 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए हैं। इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश में 26,159, गुजरात में 19,951, हिमाचल प्रदेश में 12 हजार संगठनों ने योग कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया।