क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नजरअंदाज किया जा सकता है? : अश्विनी चौबे

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अंतरराष्ट्रीय पहचान महत्वपूर्ण है।
- लालू प्रसाद यादव के विवाद ने राजनीतिक माहौल को प्रभावित किया।
- कांग्रेस पार्टी के स्टैंड में स्पष्टता की कमी है।
- परिवारिक मुद्दों का राजनीतिकरण हो रहा है।
- भारतीय राजनीति में नैतिकता और सिद्धांतों का सम्मान होना चाहिए।
पटना, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस देश के असली नायक हैं। उन्हें किसी भी हाल में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
हाल ही में, भारत और कनाडा के संबंध कुछ समय से ठीक नहीं रहे हैं। फिर भी, कनाडा के प्रधानमंत्री ने जी 7 की बैठक के लिए प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री मोदी कनाडा गए हैं, जहाँ वे वैश्विक नेताओं से मुलाकात करेंगे। इस पर अश्विनी चौबे ने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
लालू प्रसाद यादव के 78वें जन्मदिन पर उनके समर्थक ने बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की तस्वीर को उनके पैरों के पास रखा, जिससे विवाद खड़ा हो गया। इस पर अश्विनी चौबे ने कहा कि, "लालू प्रसाद यादव की तबियत ठीक नहीं थी, और इस मौके पर उनके परिवार के सदस्य उनके साथ होना चाहिए था। इस विवाद में लालू के परिवार के लोग जिम्मेदार हैं। उन्हें माफी माँगनी चाहिए।"
लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निकाल दिया है। अश्विनी चौबे ने कहा कि यह सब एक नाटक है। हमारे यहाँ एक श्लोक है, 'पुत्र कुपुत्र हो सकता है, माता-कुमाता नहीं हो सकती।' जब एक बेटी को घर से निकाला गया, तब उनकी नैतिकता कहाँ थी?
कांग्रेस पार्टी के बारे में अश्विनी चौबे ने कहा कि इस पार्टी का कोई स्थायी स्टैंड नहीं है। कभी यह गाजा का समर्थन करती है तो कभी बाजा का। इनका कोई सिद्धांत नहीं है। एक दिन आएगा जब गाजा-बाजा के साथ इनकी विदाई हो जाएगी।