क्या बरेली में पुलिस ने वसीम को गिरफ्तार कर जेल भेजा?

सारांश
Key Takeaways
- पुलिस ने वसीम को गिरफ्तार किया है।
- बवाल में 81 लोगों को जेल भेजा गया है।
- निर्दोष व्यक्तियों को परेशान नहीं किया जाएगा।
- बवाल का संबंध राजनीतिक साजिश से हो सकता है।
- पुलिस की कार्रवाई जारी है।
बरेली, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के बरेली में 26 सितंबर को हुए बवाल के मामले में पुलिस ने वसीम को गिरफ्तार किया है। वसीम पर आरोप है कि उसने सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाषण की एडिटिंग कर भड़काऊ पोस्ट साझा की।
पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर बुधवार को थाना फरीदपुर क्षेत्र से वसीम को पकड़ा। इससे पहले, पुलिस ने बवाल में शामिल मौलाना तौकीर के करीबी डॉ. नफीस और उसके बेटे फरमान समेत 8 लोगों को जेल भेजा था। अब तक पुलिस ने इस बवाल में शामिल 81 लोगों को जेल भेजा है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बुधवार दोपहर तक दो और आरोपियों को एनकाउंटर के बाद पकड़ा गया। सीबीगंज थाना पुलिस की टीम ने दोनों आरोपियों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया। उनके नाम इदरीश और इकबाल बताए गए हैं। इदरीश पर कुल 20 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि इकबाल पर 17 मामले पहले से चल रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को परेशान नहीं किया जाएगा। यदि ऐसी कोई शिकायत आती है, तो संबंधित अधिकारियों को तुरंत सूचित करें। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि असली दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
गौरतलब है कि 26 सितंबर को इस्लामिया इंटर कॉलेज इलाके में बवाल हुआ था। वहीं, मंगलवार को इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान के करीबी मोहसिन रजा के घर पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की गई थी। मोहसिन रजा ने इसे राजनीतिक साजिश बताई थी।
उन्होंने कहा, "मेरा तौकीर रजा से कोई वास्ता नहीं है, न था। मैं 2005 में इत्तेहाद छोड़ चुका हूं। यह सब आंवला के भाजपा के जिला अध्यक्ष के कहने पर हो रहा है। इससे पहले भी मेरे खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है।"