क्या वैश्विक अनिश्चितता के बीच भारत का निर्यात बढ़ रहा है?

Click to start listening
क्या वैश्विक अनिश्चितता के बीच भारत का निर्यात बढ़ रहा है?

सारांश

भारत का निर्यात वित्त वर्ष 26 के पहले पांच महीनों में 5.19 प्रतिशत बढ़ा है, जो वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद देश की आर्थिक वृद्धि का एक सकारात्मक संकेत है। जानें किस प्रकार भारत ने इस चुनौतीपूर्ण समय में निर्यात में वृद्धि की है और इसके प्रमुख कारण क्या हैं।

Key Takeaways

  • भारत का निर्यात 5.19 प्रतिशत बढ़ा है।
  • 346.10 अरब डॉलर का निर्यात हुआ है।
  • गुड्स का हिस्सा 53.09 प्रतिशत है।
  • सरकार ने 1 ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य रखा है।
  • इंजीनियरिंग वस्तुओं का प्रदर्शन बेहतर रहा है।

नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत का वस्तुओं और सेवाओं का कुल निर्यात वित्त वर्ष 26 (चालू वित्त वर्ष) के पहले पांच महीनों में 5.19 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 346.10 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 329.03 अरब डॉलर था। यह जानकारी सरकार की ओर से मंगलवार को दी गई।

भारत के निर्यात में इस समय उछाल देखने को मिला है, जबकि अमेरिकी टैरिफ और वैश्विक अनिश्चितता के कारण परिस्थितियां विषम बनी हुई हैं।

अप्रैल-अगस्त 2025 के बीच हुए निर्यात में गुड्स की हिस्सेदारी 53.09 प्रतिशत रही है, जबकि सर्विसेज का शेयर 46.91 प्रतिशत रहा है।

विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, विश्व का निर्यात बास्केट 2.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है, जबकि भारत का निर्यात 7.1 प्रतिशत (2024) की दर से बढ़ रहा है, जो वैश्विक वृद्धि दर से काफी अधिक है और देश की प्रगति की रफ्तार को दर्शाता है।

बयान में आगे कहा गया कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद में निर्यात का हिस्सा 2015 में 19.8 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 21.2 प्रतिशत हो गया है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था में निर्यात में बढ़त को दर्शाता है। भारत के व्यापार प्रदर्शन ने वित्त वर्ष 2025-26 के पहले पांच महीनों में वृद्धि की प्रवृत्ति जारी रखा है।

सरकार ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 में 1 ट्रिलियन डॉलर का निर्यात का लक्ष्य रखा है, जिसमें से 34.61 प्रतिशत लक्ष्य पहले पांच महीनों में ही हासिल कर लिया गया है।

भारत का व्यापारिक निर्यात अप्रैल-अगस्त 2025 में 2.31 प्रतिशत बढ़कर 183.74 अरब डॉलर हो गया है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 179.60 अरब डॉलर था।

भारत का गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न एवं आभूषण निर्यात अप्रैल-अगस्त 2025 में 7.76 प्रतिशत बढ़कर 146.70 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले वर्ष इसी अवधि में 136.13 अरब डॉलर था। यह इंजीनियरिंग वस्तुओं, इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मास्यूटिकल्स, रसायनों और अन्य वस्तुओं के बेहतर प्रदर्शन के कारण संभव हुआ है।

Point of View

भारत सरकार ने निर्यात के लिए लक्ष्य निर्धारित किए हैं, जो हमारे व्यापारिक प्रदर्शन को दर्शाते हैं। यह समय है जब हमें अपनी व्यापारिक नीतियों को और अधिक मजबूत बनाना चाहिए ताकि हम वैश्विक बाजार में अपनी स्थिति को और मजबूत कर सकें।
NationPress
07/10/2025

Frequently Asked Questions

भारत के निर्यात में कौन-सी वस्तुओं का योगदान अधिक है?
भारत के निर्यात में इंजीनियरिंग वस्तुएं, इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मास्यूटिकल्स और रसायन प्रमुख रूप से शामिल हैं।
भारत का निर्यात लक्ष्य क्या है?
भारत ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 में 1 ट्रिलियन डॉलर का निर्यात लक्ष्य रखा है।
वित्त वर्ष 26 में भारत का निर्यात कितना बढ़ा है?
वित्त वर्ष 26 के पहले पांच महीनों में भारत का निर्यात 5.19 प्रतिशत बढ़कर 346.10 अरब डॉलर हो गया है।
भारत का निर्यात कैसे बढ़ रहा है?
भारत का निर्यात वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद इंजीनियरिंग वस्तुओं और फार्मास्यूटिकल्स के बेहतर प्रदर्शन के कारण बढ़ रहा है।
भारत का सकल घरेलू उत्पाद में निर्यात का हिस्सा क्या है?
भारत के सकल घरेलू उत्पाद में निर्यात का हिस्सा 2015 में 19.8 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 21.2 प्रतिशत हो गया है।