क्या मध्य प्रदेश कांग्रेस अपने दफ्तर में रोज नमाज कराएगी, किसी को आपत्ति नहीं?: रामेश्वर शर्मा

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क्या मध्य प्रदेश कांग्रेस अपने दफ्तर में रोज नमाज कराएगी, किसी को आपत्ति नहीं?: रामेश्वर शर्मा

सारांश

भोपाल में नमाज की अजान से पढ़ाई पर असर पड़ने का मामला चर्चा का विषय बन गया है। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के तहत कार्रवाई की मांग की है। क्या कांग्रेस अपने दफ्तर में नमाज कराने की योजना बना रही है?

Key Takeaways

  • नमाज की अजान से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
  • सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों का पालन आवश्यक है।
  • कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन्हें क्या करना है।

भोपाल, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के हमीदिया कॉलेज के पास स्थित मस्जिद में नमाज की अजान के कारण पढ़ाई पर असर पड़ने का मुद्दा गरमा गया है। इस पर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कोलाहल को लेकर जारी निर्देशों के तहत कार्रवाई की मांग की है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस यदि चाहे तो अपने दफ्तर में रोज नमाज कराए, इससे किसी को कोई आपत्ति नहीं होगी।

हमीदिया कॉलेज परिसर के निकट स्थित मस्जिद में होने वाली नमाज की अजान पर कॉलेज के प्राचार्य ने उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखा है, जिसमें बताया गया है कि अजान के कारण परीक्षा के दौरान छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। विद्यार्थियों का यह भी कहना है कि मस्जिद में बाहरी लोगों के आने से कॉलेज के छात्रों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

रामेश्वर शर्मा ने कहा कि यह मामला गंभीर है क्योंकि अजान से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होती है। सर्वोच्च न्यायालय ने कोलाहल के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनके आधार पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए। प्राचार्य ने इस मामले को उठाया है और उच्च शिक्षा विभाग को आवश्यक कदम उठाने चाहिए ताकि छात्रों को किसी प्रकार की समस्या न हो।

कांग्रेस का कहना है कि अजान तो केवल दो मिनट के लिए होती है। इस पर विधायक ने कहा कि प्राचार्य की आपत्ति महत्वपूर्ण है, इसलिए कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन्हें क्या करना है। यदि कांग्रेस अपने दफ्तर में रोज नमाज कराना चाहती है, तो इससे किसी को आपत्ति नहीं होगी। उनके नेता अपने घरों में भी नमाज कर सकते हैं।

उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि यह आपत्ति धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं है। शिक्षा में यह एक बड़ी परेशानी है। वहां की भीड़ शिक्षार्थियों के बीच तनाव का कारण बनती है। अगर कांग्रेस को लगता है कि यह उचित है, तो उन्हें अपने कार्यालय में नमाज करके दिखाना चाहिए।

Point of View

यह स्पष्ट है कि शिक्षा के क्षेत्र में किसी भी प्रकार का विघ्न नहीं होना चाहिए। धार्मिक और शैक्षिक गतिविधियों के बीच संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए, हमें एक ऐसा समाधान खोजना चाहिए जो सभी के लिए उचित हो।
NationPress
20/06/2025

Frequently Asked Questions

क्या नमाज की अजान से पढ़ाई प्रभावित होती है?
जी हां, अजान के कारण छात्रों को परीक्षा में ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है।
क्या कांग्रेस अपने दफ्तर में नमाज कराएगी?
भाजपा विधायक ने कहा है कि कांग्रेस यदि चाहे तो अपने दफ्तर में नमाज करवा सकती है।