क्या चीन का नई पीढ़ी का मानवयुक्त अंतरिक्ष यान शून्य-ऊंचाई पर सफल उड़ान परीक्षण कर पाया?

सारांश
Key Takeaways
- मंगचो मानवयुक्त अंतरिक्ष यान का सफल परीक्षण
- शून्य-ऊंचाई उड़ान का महत्व
- 7 अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने की क्षमता
- आपातकालीन स्थिति के लिए सुरक्षा उपाय
- चीन की अंतरिक्ष यात्रा में नई दिशा
बीजिंग, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। चीन ने नई पीढ़ी के मानवयुक्त अंतरिक्ष यान मंगचो पर शून्य-ऊंचाई पर सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया है, जो कि मानवयुक्त चंद्र अन्वेषण कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
यह पहली बार है कि चीन ने 1998 में शनचो मानवयुक्त अंतरिक्ष यान के शून्य-ऊंचाई वाले उड़ान परीक्षण के 27 साल बाद इस तरह का प्रयोग आयोजित किया है।
यह परीक्षण पश्चिमोत्तर चीन के कानसू प्रांत के च्युछ्वान उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र में किया गया था। दोपहर साढ़े 12 बजे, मंगचो मानवयुक्त अंतरिक्ष यान के एस्केप इंजन को सफलतापूर्वक प्रज्वलित किया गया, जहाज-टॉवर असेंबली ठोस इंजन के प्रणोदन के तहत हवा में ऊपर उठी, जो कि लगभग 20 सेकंड के बाद पूर्व निर्धारित ऊंचाई पर पहुंच गई। इसके बाद, वापसी कैप्सूल और एस्केप टॉवर को सुरक्षित रूप से अलग कर दिया गया, तथा पैराशूट को सफलतापूर्वक तैनात किया गया।
12:32 बजे वापसी कैप्सूल ने परीक्षण लैंडिंग क्षेत्र में सुरक्षित रूप से उतरने के लिए एयरबैग कुशनिंग का उपयोग किया, और परीक्षण पूरी तरह सफल रहा।
बताया गया है कि मानवयुक्त उड़ान मिशनों के लिए पलायन और बचाव एक महत्वपूर्ण सुरक्षा गारंटी है। आपातकालीन विफलता की स्थिति में, अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने वाले अंतरिक्ष यान वापसी कैप्सूल को खतरे के क्षेत्र से दूर ले जाया जा सकता है, जिससे अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके।
मंगचो मानवयुक्त अंतरिक्ष यान पृथ्वी से पृथ्वी लौटने वाले राउंड-ट्रिप मानवयुक्त परिवहन विमान की एक नई पीढ़ी है, जिसे बाद के मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशनों के लिए चीन द्वारा स्वतंत्र रूप से विकसित किया गया है। अंतरिक्ष यान स्वयं एक मॉड्यूलर डिजाइन को अपनाता है और 7 अंतरिक्ष यात्रियों को ले जा सकता है। पूरे जहाज का प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय उन्नत स्तर पर पहुंच गया है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)