क्या गोरखपुर में सीएम योगी ने किया योगाभ्यास और विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया?

सारांश
Key Takeaways
- योग का अभ्यास शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
- गोरखपुर में सीएम योगी ने योग को लोक कल्याण का माध्यम बताया।
- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भारत ने विश्वभर में योग के प्रति जागरूकता बढ़ाई।
- योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि आध्यात्मिक विकास का साधन भी है।
- आयुष मंत्रालय ने 10 प्रमुख 'सिग्नेचर इवेंट्स' की शुरुआत की है।
गोरखपुर/नई दिल्ली, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर का दौरा किया और यहां योगाभ्यास किया। उन्होंने योग को लोक कल्याण का एक महत्वपूर्ण माध्यम बताया। उनका कहना था कि योग के माध्यम से ही भारत ने विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया।
गोरखनाथ मंदिर, गोरखपुर में आयोजित 11वें 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' के अवसर पर सीएम योगी ने कहा, "शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखना इच्छाओं की पूर्ति की पहली शर्त है। योग से आध्यात्मिक विकास भी संभव है। इसे ऋषि परंपरा से जोड़ा गया है, जिसे वेद-पुराणों ने जीवित रखा है।"
उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने लोक कल्याण के लिए आत्म कल्याण के माध्यम से विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया।
इस विशेष अवसर पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दिल्ली में विभिन्न देशों के राजनयिकों के साथ योगाभ्यास किया। वहीं, दिल्ली छावनी के करियप्पा परेड ग्राउंड में सेना के उपप्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने भी योगाभ्यास किया, जिसमें बड़ी संख्या में सैन्यकर्मियों ने भाग लिया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा ने कहा, "हम 11वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। पिछले 10 वर्षों में न केवल भारत में, बल्कि विश्वभर में योग के प्रति जागरूकता बढ़ी है।"
नड्डा ने बताया कि योग ने न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और चेतना में भी सुधार किया है। "योग केवल पीटी (फिजिकल ट्रेनिंग) या शारीरिक व्यायाम नहीं है, यह एक मानसिक अभ्यास है। यह आत्मचेतना का माध्यम है।"
इस साल आयुष मंत्रालय ने 10 प्रमुख 'सिग्नेचर इवेंट्स' की शुरुआत की है, जैसे योग संगम, हरित योग, योगा बंधन, योगा अनप्लग्ड, योगा महाकुंभ, और संगयोग, जिनका उद्देश्य समाज के हर वर्ग तक योग के गुणों को पहुंचाना है।