क्या दिल्ली विधानसभा में विट्ठलभाई पटेल के ऐतिहासिक योगदान को समर्पित शताब्दी समारोह का आयोजन होगा?

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क्या दिल्ली विधानसभा में विट्ठलभाई पटेल के ऐतिहासिक योगदान को समर्पित शताब्दी समारोह का आयोजन होगा?

सारांश

दिल्ली विधानसभा में विट्ठलभाई पटेल के पहले भारतीय अध्यक्ष बनने के 100 वर्ष पूरे होने का उत्सव मनाया जाएगा। इस समारोह में देशभर के प्रमुख स्पीकर शामिल होंगे, जो भारतीय लोकतंत्र के विकास में उनके योगदान को सम्मानित करेंगे।

Key Takeaways

  • विठ्ठलभाई पटेल का विधानसभा में पहले भारतीय निर्वाचित अध्यक्ष के रूप में योगदान।
  • ब्रिटिश शासन के दौरान भारतीयों की आवाज़ को बुलंद करना।
  • आज़ादी की लड़ाई में पटेल का नेतृत्व।
  • समारोह में देशभर के स्पीकर और उपाध्यक्ष शामिल होंगे।
  • भारतीय लोकतंत्र की गौरवमयी परंपरा का सम्मान।

नई दिल्ली, 24 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। देश की लोकतांत्रिक परंपरा में एक महत्वपूर्ण क्षण को चिन्हित करते हुए दिल्ली विधानसभा में रविवार से एक शताब्दी समारोह का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन विठ्ठलभाई पटेल के पहले भारतीय निर्वाचित अध्यक्ष बनने के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है। इस समारोह के अंतर्गत अखिल भारतीय स्पीकर सम्मेलन 24-25 अगस्त को आयोजित होगा।

इस विशेष समारोह में देशभर से कुल 29 विधानसभा अध्यक्ष, 17 उपाध्यक्ष, राज्यसभा के 6 चेयरमैन और 4 डिप्टी चेयरमैन शामिल होंगे। राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मिजोरम, झारखंड, केरल, कर्नाटक, पंजाब जैसे कई राज्यों के स्पीकर इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए आ रहे हैं।

दिल्ली विधानसभा के स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा, "रविवार सुबह से शुरू होने वाला अखिल भारतीय अध्यक्ष सम्मेलन, विठ्ठलभाई पटेल द्वारा पहले भारतीय निर्वाचित अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के 100 वर्ष पूरे होने का स्मरण करेगा। यह हमारे लिए गौरव का क्षण है।"

उन्होंने बताया कि जब भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था, तब भारतीयों ने विधानसभा में अपनी आवाज बुलंद की और देश की आजादी की लड़ाई को संसद के मंच पर भी मजबूती से लड़ा।

उन्होंने कहा, "विठ्ठलभाई पटेल ने उस समय न केवल भारतीय नेतृत्व की ताकत दिखाई, बल्कि ब्रिटिश शासन को भी चुनौती दी। कई किस्से हैं, जो बताते हैं कि वायसराय के मैसेंजर और सचिव खुद विठ्ठलभाई पटेल के पैर पकड़कर विनती करते थे कि इस बार माफ कर दीजिए, आगे से जो आप कहेंगे, वही करेंगे, लेकिन पटेल अपने सिद्धांतों पर अडिग रहे।"

विजेंद्र गुप्ता ने आगे बताया कि उस समय वायसराय चेयर पर बैठते थे और स्पीकर को नीचे बैठना पड़ता था, लेकिन जब विठ्ठलभाई पटेल स्पीकर बने, तो उन्होंने कहा कि मैं अपनी कुर्सी नहीं छोड़ूंगा। इसके बाद उसी सत्र में दो चेयर लगाई गईं। यह भारतीय नेतृत्व के सम्मान की शुरुआत थी, जिसे पूरी दुनिया ने देखा।

Point of View

यह स्पष्ट है कि विठ्ठलभाई पटेल का योगदान भारतीय राजनीति में अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनका साहस और नेतृत्व हमेशा हमारे लिए प्रेरणा बने रहेंगे। इस समारोह के माध्यम से हमें उनके योगदान को याद करने और उसे आगे बढ़ाने का अवसर मिलता है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

इस समारोह का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस समारोह का मुख्य उद्देश्य विठ्ठलभाई पटेल के विधानसभा के पहले भारतीय निर्वाचित अध्यक्ष बनने के 100 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाना है।
कौन-कौन से राज्य के स्पीकर इस समारोह में शामिल होंगे?
इस समारोह में राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मिजोरम, झारखंड, केरल, कर्नाटक, पंजाब आदि राज्यों के स्पीकर शामिल होंगे।
समारोह कब और कहां आयोजित होगा?
समारोह 24-25 अगस्त को दिल्ली विधानसभा में आयोजित होगा।