क्या आइब्रो की शेप सुधारने के लिए रोज करें ये 3 आसान एक्सरसाइज, चेहरे पर भी आएगी चमक?

सारांश
Key Takeaways
- आइब्रो की शेप और उभार चेहरे की सुंदरता में महत्वपूर्ण हैं।
- नियमित एक्सरसाइज से आइब्रो के बालों का विकास बेहतर होता है।
- मांसपेशियों की लचीलापन बढ़ाने से आइब्रो का आकर्षण बढ़ता है।
- ब्लड सर्कुलेशन में सुधार से त्वचा की गुणवत्ता में वृद्धि होती है।
- प्राकृतिक तरीके से आइब्रो को मजबूत बनाना संभव है।
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। चेहरे की सुंदरता में आइब्रो यानी भौंहे अत्यंत महत्वपूर्ण होती हैं। एक अच्छी शेप और सही उभार वाली आइब्रो न केवल चेहरे की बनावट को निखारती हैं, बल्कि आपकी मुस्कान और एक्सप्रेशन्स को भी खास बनाती हैं। हालांकि, बहुत से लोगों की आइब्रो फ्लैट होती हैं, जिससे उनका लुक भी प्रभावित होता है। ऐसे में आइब्रो को प्राकृतिक तरीके से निखारना और उन्हें मजबूत बनाना बहुत जरूरी हो सकता है।
वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार, आइब्रो के चारों ओर की मांसपेशियों की नियमित एक्सरसाइज से उनकी प्राकृतिक शेप और उभार में सुधार होता है। इसके अतिरिक्त, चेहरे की मांसपेशियों की सक्रियता बढ़ने से ब्लड सर्कुलेशन में वृद्धि होती है, जो बालों के विकास को भी प्रोत्साहित करता है।
अगर माथे पर हल्का दबाव डालकर आइब्रो को ऊपर उठाने पर ध्यान दिया जाए, तो शोध बताते हैं कि इस तरह के मसल्स एक्टिवेशन से माथे की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जिससे झुर्रियां कम होती हैं और आइब्रो की ऊंचाई बढ़ती है। 2 से 4 सेकंड तक आइब्रो को ऊपर रखने से मांसपेशियों में खिंचाव पैदा होता है, जो उनकी मजबूती के लिए आवश्यक है।
वहीं, दोनों हाथों की इंडेक्स फिंगर्स को आइब्रो के बीच रखकर नीचे के हिस्से को दबाते हुए आइब्रो के किनारों तक ले जाने की प्रक्रिया से भी उस क्षेत्र को पोषण मिलता है। वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि इससे न केवल मांसपेशियां मजबूत होती हैं, बल्कि आसपास की त्वचा का ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। बेहतर ब्लड सर्कुलेशन से आइब्रो के बालों को पोषण मिलता है, जो उन्हें घना और मजबूत बनाता है। इसके साथ ही, त्वचा की कोशिकाओं की मरम्मत में भी सहायता मिलती है, जिससे त्वचा की गुणवत्ता में सुधार होता है।
इसके अलावा, आइब्रो के बीच की उंगलियों को ऊपर की ओर ले जाकर हल्का मसाज देने से चेहरे की मांसपेशियों को स्ट्रेच और रिलैक्स मिलता है। यह स्ट्रेचिंग चेहरे की मांसपेशियों की लचीलापन को बढ़ाती है और मांसपेशियों के तनाव को कम करती है। वैज्ञानिकों के अनुसार, मांसपेशियों की लचीलापन में सुधार से आइब्रो का आकार अधिक आकर्षक बनता है और उनका नेचुरल उभार बेहतर होता है। इस अभ्यास को नियमित रूप से करने से चेहरे की मांसपेशियों में सुधार के साथ-साथ त्वचा की रंगत भी निखरती है।