क्या वोटबैंक के लिए गढ़ा गया 'हिंदू आतंकवाद' शब्द? फडणवीस ने कांग्रेस पर लगाया आरोप

सारांश
Key Takeaways
- हिंदू आतंकवाद और भगवा आतंकवाद शब्दों का निर्माण वोटबैंक की राजनीति के लिए किया गया।
- कांग्रेस पर हिंदुत्ववादी नेताओं को टारगेट करने का आरोप।
- अदालत के फैसले ने 2008 की साजिश का सच उजागर किया।
- सीएम ने आरएसएस प्रमुख के साथ विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया।
- धर्म के नाम पर राजनीति का खतरा।
नागपुर, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मालेगांव केस के संदर्भ में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि पूर्व की सरकार ने वोटबैंक की राजनीति के लिए 'हिंदू आतंकवाद' और 'भगवा आतंकवाद' जैसे शब्दों का निर्माण किया। उन्होंने बताया कि अदालत के निर्णय के बाद 2008 की यह साजिश अब सबके सामने आ गई है।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हिंदुत्ववादी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों को निशाना बनाने का षड्यंत्र रचा था।
मीडिया से बातचीत में फडणवीस ने कहा, "उस समय पूरी दुनिया में बड़े पैमाने पर आतंकवादी घटनाएं हो रही थीं और 'इस्लामिक आतंकवाद' चर्चा का विषय था। अपने वोटबैंक को नाराज करने से बचने और संतुलन बनाए रखने का दिखावा करने के लिए 'हिंदू आतंकवाद' की थ्योरी बनाई गई।"
उन्होंने कहा, "लोगों को गिरफ्तार किया गया। यह एक षड्यंत्र था जो हिंदुत्ववादी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अधिकारियों को टारगेट करता था। कई अधिकारियों ने, चाहे कितनी भी दबाव में हों, स्पष्ट रूप से कहा कि हम गैरकानूनी काम नहीं कर सकते, और इनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है।"
सीएम फडणवीस ने कहा, "परत दर परत यह षड्यंत्र सामने आ रहा है। कांग्रेस ने सभी हिंदुओं को आतंकवादी ठहराने का प्रयास किया।"
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण के विवादास्पद बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'भगवा आतंकवाद' नहीं, सनातन आतंकवाद कहें। फडणवीस ने कहा, "चव्हाण को अपने सहयोगियों को बताना चाहिए कि जिस मनमोहन सिंह सरकार में वे शामिल थे, उसी सरकार ने 'भगवा आतंकवाद' कहा था।"
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस शुक्रवार को नागपुर पहुंचे, जहाँ उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ कविकुलगुरु कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय के नए भवन का उद्घाटन किया।