क्या पीएम मोदी को साइप्रस का सर्वोच्च सम्मान मिलना प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है? : गजेंद्र सिंह शेखावत

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी को साइप्रस में सर्वोच्च सम्मान मिला है।
- यह सम्मान 140 करोड़ भारतीयों का प्रतिनिधित्व करता है।
- भारत की वैश्विक ताकत का प्रमाण।
- कूटनीतिक सूझबूझ से भारत का गौरव बढ़ा है।
- खालिस्तानी प्रदर्शनों पर भारत का सख्त संदेश।
जोधपुर, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साइप्रस में प्राप्त सर्वोच्च सम्मान पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जब पीएम को कोई देश अपने सर्वोच्च सम्मान से नवाजता है, तो यह 140 करोड़ भारतीयों की क्षमता, संकल्प, जज्बे और हौसले का भी सम्मान होता है।
शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी कूटनीतिक समझदारी और वैश्विक मंच पर प्रभावी उपस्थिति से भारत का गौरव बढ़ाने का कार्य किया है। उन्होंने विश्व के विभिन्न हिस्सों में जाकर भारतवासियों के लिए मान-सम्मान अर्जित किया, जो हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है।
शेखावत ने खालिस्तानी प्रदर्शनों के संदर्भ में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि कुछ देशों में बसे लोग लंबे समय से ऐसी गतिविधियों में संलग्न हैं। लेकिन भारत की बढ़ती ताकत और वैश्विक प्रभाव के बाद, विशेषकर पुलवामा और बालाकोट जैसे घटनाक्रमों के बाद, भारत ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वह अपनी धरती पर या बाहर से आने वाले किसी भी षड्यंत्र को सहन नहीं करेगा। जैसे-जैसे भारत की शक्ति बढ़ेगी, ऐसे तत्वों के हौसले कमजोर होंगे और वे हाशिए पर चले जाएंगे।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने जनगणना में जाति शब्द के शामिल न होने पर सवाल उठाए हैं। इस पर शेखावत ने तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग जानबूझकर या समझ की कमी के कारण अनावश्यक प्रतिक्रियाएं व्यक्त करते हैं। ऐसी टिप्पणियों का गंभीरता से उत्तर देने की आवश्यकता नहीं है।
वहीं, कांग्रेस नेता गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा मुख्यमंत्री और नेताओं की फोन टैपिंग के आरोपों पर शेखावत ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने खुद सरकार में रहते हुए फोन टैपिंग जैसे कार्य किए, उनके पास ऐसे आधारहीन आरोप लगाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। कांग्रेस नेताओं को पहले अपने आचरण पर आत्ममंथन करना चाहिए। राजस्थान में कांग्रेस नेताओं को ऐसी बेबुनियादी बातें करने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।