क्या भाजपा ने कांग्रेस से जातिगत जनगणना का क्रेडिट छीनने की कोशिश की है? : सिंघार

सारांश
Key Takeaways
- जातिगत जनगणना का नोटिफिकेशन जारी किया गया है।
- उमंग सिंघार का भाजपा पर आरोप।
- राजनीति में यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।
- कांग्रेस और भाजपा के बीच प्रतिस्पर्धा।
- आरएसएस पर भी सवाल उठाए गए हैं।
भोपाल, 16 जून (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार द्वारा जाति जनगणना के नोटिफिकेशन के जारी होने का स्वागत किया है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर कांग्रेस का क्रेडिट छीनने का प्रयास किया है, लेकिन इस प्रयास में भाजपा को सफलता नहीं मिलेगी।
जातिगत जनगणना से संबंधित जारी गजट नोटिफिकेशन के बारे में बात करते हुए उमंग सिंघार ने राष्ट्र प्रेस से कहा कि यह अच्छी बात है कि सरकार ने राहुल गांधी की लड़ाई को निर्णायक मोड़ पर पहुंचाया। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि क्या सरकार लोकसभा चुनाव से पहले जातिगत जनगणना करवाएगी, और क्या इस जनगणना के आधार पर परिसीमन और महिला आरक्षण होगा, यह केंद्र सरकार को स्पष्ट करना चाहिए।
उमंग सिंघार ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि केंद्र सरकार कांग्रेस से गेंद को छीनना चाहती है, लेकिन वे उस गेंद पर खेल नहीं पाएंगे।
वास्तव में, वर्तमान राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में जातिगत जनगणना एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन चुका है। कांग्रेस के राहुल गांधी लगातार इस मुद्दे की मांग कर रहे थे। चाहे वह लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव, उन्होंने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। भाजपा ने भी जातिगत जनगणना को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और खुद को इसके पक्ष में बताया। अब सरकार ने जातिगत जनगणना का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।
इससे पहले, उमंग सिंघार ने आरएसएस पर भी टिप्पणी की थी। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में पूछा, आरएसएस को यह बताना चाहिए कि उन्हें अपने नागपुर मुख्यालय पर तिरंगा लगाने में 50 साल क्यों लगे? साथ ही, अब तक आरएसएस में एससी और एसटी वर्ग के किसी व्यक्ति को सरसंघ चालक क्यों नहीं बनाया गया?