क्या मुस्लिमों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है? अबू आजमी का कड़ा बयान

सारांश
Key Takeaways
- मुस्लिम कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का मामला गंभीर है।
- अबू आजमी का कहना है कि पुलिस सरकार के दबाव में काम कर रही है।
- इजरायल-ईरान तनाव पर पूर्व प्रधानमंत्रियों की नीतियों का जिक्र।
- हादसों की निष्पक्ष जांच की आवश्यकता।
- सभी धर्मों के लोगों को मिलकर त्योहार मनाने की अपील।
नई दिल्ली, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के अहिल्यानगर जिले में स्थित प्रसिद्ध शनि शिंगणापुर मंदिर के ट्रस्ट द्वारा मुस्लिम कर्मचारियों को नौकरी से निकालने पर महाराष्ट्र सपा नेता अबू आजमी ने कड़ा विरोध व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से स्पष्ट संकेत मिलता है कि मुसलमानों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।
अबू आजमी ने रविवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि अगर यह कार्रवाई पूर्व नियोजित है तो यह बहुत गंभीर है। उन्होंने कहा कि इस विवाद में और अधिक बढ़ोतरी होगी। सवाल यह है कि हम क्या कर सकते हैं। जब मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का मुद्दा आया, तब हमने विरोध नहीं किया, बल्कि शांति की अपील की। फिर भी पुलिस कमिश्नर के आदेश पर कार्रवाई हुई। मस्जिदों के बाहर नमाज की अनुमति नहीं दी जाती, जबकि कांवड़ यात्रा पर कोई रोक नहीं। हमारा मानना है कि सभी धर्मों के लोग मिलकर त्योहार मनाएं, लेकिन मुसलमानों को ही निशाना बनाया जा रहा है। यहां की पुलिस भी सरकार के दबाव में काम कर रही है।
इजरायल-ईरान तनाव पर अबू आजमी ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि फिलिस्तीन को आजाद होना चाहिए। हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों ने हमेशा फिलिस्तीन के पक्ष में और इजरायल के खिलाफ बात की है। फिलिस्तीन पर हो रहे अत्याचारों की निंदा होनी चाहिए। मौजूदा सरकार हमारी पुरानी विदेश नीति के खिलाफ जा रही है, जो एक बड़ी गलती है।
अहमदाबाद विमान हादसे की जांच की मांग पर उन्होंने कहा कि हादसे की गहन जांच आवश्यक है। अगर पायलट अनुभवी था और तकनीकी रूप से कोई खराबी नहीं थी, तो फिर भी विमान दुर्घटना हुई। इसकी निष्पक्ष जांच जरूरी है, वरना भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को नुकसान हो सकता है।
सोलापुर एनकाउंटर पर अबू आजमी ने कहा कि यदि आरोपी ने सच में गोली चलाई थी तो पुलिस का काम सराहनीय है, लेकिन यदि ऐसा नहीं था, तो उन अधिकारियों को सस्पेंड किया जाना चाहिए जिन्होंने यह कार्रवाई की। न्यायसंगत जांच आवश्यक है। उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर हादसे पर भी उन्होंने कहा कि इसकी भी जांच होनी चाहिए।