क्या मथुरा में टीले पर बने मकान ढह गए? कई लोग दब गए; विधायक श्रीकांत शर्मा ने कहा - 'जिम्मेदार लोगों पर होगी कार्रवाई'

सारांश
Key Takeaways
- हादसे में कई लोग दब गए हैं।
- स्थानीय विधायक ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।
- बचाव कार्य तेजी से जारी है।
- अवैध निर्माण के कारण यह घटना हुई।
- टीमाें का त्वरित रिस्पॉन्स महत्वपूर्ण है।
मथुरा, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मथुरा में रविवार को टीले पर बने मकान ढह गए। यह दुखद घटना गोविंद नगर थाना क्षेत्र के माया टीला शाहगंज के नजदीक हुई है। मकान के मलबे में कई लोग दब गए हैं। भाजपा के स्थानीय विधायक श्रीकांत शर्मा ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और कहा कि इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।
विधायक श्रीकांत शर्मा ने कहा, "यह एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता बचाव कार्य है। जो भी इस मामले में जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। हम सभी से निवेदन करते हैं कि वे तुरंत क्षेत्र को खाली करें ताकि बचाव कार्य बिना किसी रुकावट के आगे बढ़ सके।"
इस घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस, नगर निगम की टीम और दमकल विभाग की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गईं। राहत और बचाव कार्य तेज गति से जारी है। मलबा हटाने और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, खुदाई के दौरान टीले पर बने चार से छह मकान अचानक गिर गए, जिससे कई लोगों के दबने की आशंका है। यह भी माना जा रहा है कि टीले पर अवैध रूप से खुदाई का कार्य चल रहा था, जिसके कारण यह बड़ा हादसा हुआ।
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि थाना गोविंद नगर के मसानी क्षेत्र में एक कच्ची सड़क है। निजी भूमि पर एक टीले पर मकान बना हुआ था। इसके गिरने की सूचना मिलते ही यहां सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसमें स्थानीय फायर सर्विस की टीम, नगर निगम, प्रशासन और सिविल डिफेंस की टीम शामिल हैं। राहत और बचाव का कार्य लगातार किया जा रहा है। नगर निगम की टीम जेसीबी के साथ मौके पर मौजूद है। मलबे में से एक व्यक्ति को जिंदा निकाला गया है और उसे इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। हमारी टीमें निरंतर काम कर रही हैं। हम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि मलबे में कितने लोग फंसे हैं।
मथुरा के डीएम सी.पी. सिंह ने कहा कि ऊंचे पर बना मकान गिरा है। प्राथमिकता के तौर पर फंसे हुए लोगों को निकालने का कार्य चल रहा है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मलबे में कितने लोग फंसे हैं। राहत एवं बचाव का कार्य जारी है। इसकी जांच की जाएगी कि किस कारण से यह मकान गिरा।