क्या नोटिफिकेशन में जाति जनगणना का उल्लेख नहीं है? : पवन खेड़ा

सारांश
Key Takeaways
- नोटिफिकेशन में जाति जनगणना का कोई उल्लेख नहीं है।
- पवन खेड़ा ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं।
- विदेश नीति को लेकर भी चिंताएं व्यक्त की गई हैं।
- सरकार को नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
नई दिल्ली, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार ने जनगणना के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इस निर्णय के बाद से राजनीति में हलचल तेज हो गई है, और विपक्षी दल भाजपा पर हमलावर हैं। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा है कि नोटिफिकेशन में जाति जनगणना का कोई उल्लेख नहीं किया गया है। उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं।
पवन खेड़ा ने कहा, "जनगणना तो होगी, लेकिन इसमें जाति जनगणना का कोई जिक्र नहीं है। अगर इसकी तुलना तेलंगाना सरकार के आदेश से करें, तो वहाँ 'जाति जनगणना' शब्द का स्पष्ट उल्लेख किया गया है। इसलिए इस सरकार की मंशा पर संशय होना स्वाभाविक है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी ने हमेशा इसका विरोध किया है।"
वहीं, पीएम मोदी के जी-7 की बैठक में भागीदारी पर उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने 11 वर्षों में कई बैठकों में हिस्सा लिया है, लेकिन देश को कोई लाभ होता नहीं दिखता। विदेश नीति देश को लाभ पहुंचाने के लिए होती है, न कि अपनी वाहवाही के लिए।
पहलगाम में आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए पवन खेड़ा ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर में भारत के साथ कोई देश खड़ा नहीं था। इस समय हम अकेले थे।" उन्होंने कहा कि पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद किसी ने भी पाकिस्तान को आतंकवादी देश नहीं कहा, यह सब विदेश नीति की विफलता है।
भारत सरकार ने अपने नागरिकों को तेहरान से निकलने की एडवाइजरी जारी की है, इस पर पवन खेड़ा ने कहा, "हम पिछले तीन दिनों से इस मुद्दे को उठाते आ रहे हैं। हमारे कई छात्र कश्मीर में हैं। हम सरकार पर दबाव बना रहे हैं कि वह जाग जाए। केवल एडवाइजरी जारी करना पर्याप्त नहीं है, सरकार को उनकी सुरक्षित देश वापसी सुनिश्चित करनी चाहिए।"