क्या सिकंदरा विधानसभा सीट पर एनडीए के प्रफुल्ल मांझी महागठबंधन के दो प्रत्याशियों को पछाड़ पाएंगे?

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क्या सिकंदरा विधानसभा सीट पर एनडीए के प्रफुल्ल मांझी महागठबंधन के दो प्रत्याशियों को पछाड़ पाएंगे?

सारांश

बिहार के जमुई जिले की सिकंदरा विधानसभा सीट, जो कि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। एनडीए के प्रफुल्ल मांझी के सामने महागठबंधन के दो प्रत्याशी हैं। जानिए कौन मारेगा बाजी!

Key Takeaways

  • सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र बिहार के जमुई जिले में स्थित है।
  • यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
  • इस क्षेत्र में कई प्रमुख धार्मिक स्थल हैं।
  • एनडीए के प्रफुल्ल मांझी और महागठबंधन के दो उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है।
  • यह चुनाव स्थानीय और राष्ट्रीय राजनीति पर प्रभाव डाल सकता है।

पटना, 25 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के जमुई जिले का सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। यह क्षेत्र ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। यह झारखंड के गिरिडीह जिले से सटा हुआ है। यहां की स्थानीय भाषा मैथिली है, जबकि हिंदी और उर्दू भी आम बोलचाल में प्रचलित हैं।

सिकंदरा क्षेत्र में कई प्रसिद्ध धार्मिक स्थल स्थित हैं। जैन मंदिर लछुआर सिकंदरा ब्लॉक में है और जमुई जिले के मुख्यालय से लगभग 20 किमी पश्चिम में है। यहां तीर्थयात्रियों के लिए 65 कमरों का एक बड़ा विश्राम गृह भी है। मंदिर में भगवान महावीर की काली पत्थर की मूर्ति है, जो 2,600 वर्ष से अधिक पुरानी है और इसका वजन लगभग 250 किलो है। यह मूर्ति भगवान महावीर के जन्मस्थान क्षत्रिय कुंड ग्राम के रास्ते पर स्थित है।

मां नेतुला का मंदिर भी सिकंदरा के कुमार गांव में है, जो मां अंबे को समर्पित है और इसे सिद्धपीठ के रूप में जाना जाता है। मां नेतुला को नेत्र और पुत्र प्रदाता देवी के रूप में मान्यता प्राप्त है। नेत्र विकार से पीड़ित भक्त यहां नियमित रूप से अरदास करने आते हैं।

साथ ही, सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र में बहुआर नदी के किनारे स्थित बड़ी दुर्गा मंदिर, मिशन चौक का मंझली दुर्गा मंदिर और चौक स्थित मां वैष्णवी दुर्गा महारानी का जगदंबा मंदिर धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से प्रमुख हैं।

राजनीतिक रूप से यह सीट वर्तमान में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के पास है। इस विधानसभा क्षेत्र में अब तक 15 बार चुनाव हुए हैं, जिसमें कांग्रेस ने पांच बार, भाकपा और जनता दल यूनाइटेड ने दो-दो बार जीत हासिल की है। अन्य राजनीतिक दलों ने भी इस सीट पर अपनी सफलता प्राप्त की है।

2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में यह सीट हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के उम्मीदवार प्रफुल्ल कुमार मांझी ने जीती थी। 2015 में यह सीट कांग्रेस के सुधीर कुमार ने जीती थी।

आगामी चुनावों को लेकर एनडीए के तहत केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी को यह सीट मिली है। पार्टी ने यहां से प्रफुल्ल कुमार मांझी को फिर से चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं, महागठबंधन में इस सीट को लेकर टकराव दिख रहा है। कांग्रेस ने यहां से विनोद चौधरी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि राजद ने उदय नारायण चौधरी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। जनस्वराज पार्टी ने सुभाष चंद्र बोस को टिकट दिया है।

Point of View

NationPress
25/10/2025

Frequently Asked Questions

सिकंदरा विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास क्या है?
सिकंदरा विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास काफी विविध है। इस सीट पर अब तक 15 बार चुनाव हो चुके हैं, जिसमें कांग्रेस ने पांच बार जीत हासिल की है।
सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र में प्रमुख धार्मिक स्थल कौन से हैं?
सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र में जैन मंदिर, मां नेतुला मंदिर और बड़ी दुर्गा मंदिर जैसे प्रमुख धार्मिक स्थल हैं।
2020 के विधानसभा चुनाव में किसने जीत हासिल की थी?
2020 में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रफुल्ल कुमार मांझी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी।
महागठबंधन के उम्मीदवार कौन हैं?
महागठबंधन ने इस सीट पर विनोद चौधरी और उदय नारायण चौधरी को उम्मीदवार बनाया है।
सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र की स्थानीय भाषा क्या है?
सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र में मैथिली भाषा स्थानीय भाषा है, जबकि हिंदी और उर्दू भी आम बोलचाल में इस्तेमाल होती हैं।