क्या दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली ने टोक्यो में जापानी प्रधानमंत्री इशिबा से शिखर वार्ता की?

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क्या दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली ने टोक्यो में जापानी प्रधानमंत्री इशिबा से शिखर वार्ता की?

सारांश

दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने टोक्यो पहुंचकर जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ शिखर वार्ता की। यह वार्ता वाशिंगटन यात्रा से पूर्व महत्वपूर्ण सहयोग बढ़ाने के लिए है। जानें, इस वार्ता की विशेषताएँ और इसके पीछे का उद्देश्य।

Key Takeaways

  • दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति की जापान यात्रा महत्वपूर्ण है।
  • शिखर वार्ता का उद्देश्य सहयोग को बढ़ाना है।
  • वाशिंगटन यात्रा से पहले टोक्यो में वार्ता हो रही है।
  • सुरक्षा और आर्थिक संबंध में सुधार का प्रयास।
  • दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता।

टोक्यो, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने शनिवार को जापान की राजधानी टोक्यो में कदम रखा, जहाँ वे जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ शिखर वार्ता में भाग लेंगे। इस वार्ता का मुख्य लक्ष्य टोक्यो के साथ सहयोग को बढ़ाना है।

यह वार्ता ली की वाशिंगटन यात्रा से पहले हो रही है, जहाँ वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक महत्वपूर्ण शिखर वार्ता करेंगे। किसी भी दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के लिए वाशिंगटन को पहली विदेश यात्रा के रूप में चुनना असामान्य है, क्योंकि अब तक के इतिहास में उन्हें आमतौर पर अपने प्रमुख रक्षा सहयोगी अमेरिका को प्राथमिकता देते हुए देखा गया है।

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ली और इशिबा की यह दूसरी व्यक्तिगत मुलाकात है; इससे पहले दोनों ने कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन (जून) के दौरान मुलाकात की थी।

ली ने चार जापानी समाचार पत्रों (असाही शिंबुन, मैनिची शिंबुन, निक्केई और सांकेई शिंबुन) को दिए इंटरव्यू में जापान के साथ सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने की इच्छा व्यक्त की है।

उन्होंने अपनी टोक्यो यात्रा को भविष्य की दिशा में मजबूत नींव बनाने का एक महत्वपूर्ण अवसर बताया। इस वर्ष, दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 60 वर्ष भी पूरे हो रहे हैं।

उन्होंने कहा, "कोरिया-जापान संबंधों में टकराव, सहयोग और आपसी सहिष्णुता के पहलू शामिल हैं। महत्वपूर्ण यह है कि अधिक से अधिक पारस्परिक लाभकारी तत्वों की पहचान की जाए। कुछ नकारात्मक पहलुओं के कारण लाभकारी तत्वों को छोड़ने की आवश्यकता नहीं है।"

रविवार को ली जापानी सांसदों से मुलाकात करेंगे और उसके बाद वाशिंगटन के लिए रवाना होंगे, जहाँ वे सोमवार को ट्रंप से वार्ता करेंगे।

जून में पदभार ग्रहण करने वाले ली, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच हाल ही में हुए व्यापार समझौते के बाद ट्रंप के साथ पहली शिखर वार्ता करेंगे। इस समझौते में दक्षिण कोरियाई सामानों पर प्रस्तावित 25 प्रतिशत टैरिफ को घटाकर 15 प्रतिशत करने पर सहमति बनी है, जिसके बदले में बड़े निवेश और बाजार खोलने का वादा किया गया है।

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार वाई सुंग-लाक ने कहा कि ली और ट्रंप व्हाइट हाउस में मुलाकात के दौरान 'गठबंधन आधुनिकीकरण' के प्रयासों पर चर्चा करेंगे। इसका उद्देश्य सोल और वाशिंगटन के बीच संयुक्त रक्षा स्थिति को मजबूत करना है।

विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका, चीन की बढ़ती आक्रामकता को रोकने पर ध्यान केंद्रित करते हुए 'आधुनिकीकरण' के नाम पर सोल के साथ गठबंधन को समायोजित करने की कोशिश कर रहा है और इस दौरान कोरिया में अमेरिकी सैनिकों की संख्या में कटौती पर चर्चा हो सकती है।

Point of View

दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली की टोक्यो यात्रा एक महत्वपूर्ण कदम है जो कोरिया-जापान संबंधों को नई दिशा में ले जा सकता है। सुरक्षा और आर्थिक सहयोग के क्षेत्र में वृद्धि की आवश्यकता है, और यह वार्ता दोनों देशों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति की टोक्यो यात्रा का उद्देश्य क्या है?
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य जापान के साथ सहयोग को बढ़ाना है।
ली जे म्युंग का अगला कदम क्या है?
ली के बाद की यात्रा वाशिंगटन है, जहाँ वे ट्रंप से महत्वपूर्ण वार्ता करेंगे।
क्या यह वार्ता कोरिया-जापान संबंधों में सुधार करेगी?
हां, यह वार्ता सुरक्षा और आर्थिक सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।