क्या तेजस्वी यादव नए संकल्प के साथ नया बिहार बनाने की यात्रा पर निकल रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में तेजस्वी यादव की सक्रियता।
- यात्रा का उद्देश्य बेरोजगारी और महंगाई का समाधान।
- किसान और मजदूरों के सम्मान की बात।
- महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित।
- मुख्यमंत्री की स्थिति पर सवाल उठाना।
पटना, १६ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों में धीरे-धीरे उत्साह बढ़ रहा है। इसी क्रम में, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव मंगलवार से 'बिहार अधिकार यात्रा' पर निकलने वाले हैं।
यात्रा पर निकलने से पहले उन्होंने कहा कि वह नए संकल्प के साथ नया बिहार बनाने के लिए इस यात्रा का आह्वान कर रहे हैं।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, "आज से हम लोग 'बिहार अधिकार यात्रा' की शुरुआत कर रहे हैं। हम उन सभी जिलों को कवर करेंगे जो पहले छूट गए थे। हम बिहार में बेरोजगारी, महंगाई, और गरीबी को समाप्त करने के लिए, किसान और मजदूर का सम्मान, मां और बहनों की सुरक्षा, और प्रदेश में कल-कारखाने लगाने के संकल्प के साथ इस यात्रा पर निकल रहे हैं।"
उन्होंने जानकारी दी कि इस यात्रा का पहला कार्यक्रम जहानाबाद में होगा और इसके बाद नालंदा जिले में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी के पूर्णिया में घुसपैठियों के मुद्दे पर उठाए गए सवालों पर तेजस्वी यादव ने कहा कि इन लोगों द्वारा कौन सी बात की जा सकती है। उन्होंने कहा, "किसी ने घुसपैठियों को बाहर भगाने से रोक नहीं रखा है। 11 साल से उनकी सरकार है, उनके प्रधानमंत्री के समय में घुसपैठिए कैसे घुस गए? 20 साल से बिहार में उनकी सरकार है, फिर घुसपैठिए कैसे आ गए?"
उन्होंने आगे कहा कि घुसपैठियों के बारे में जानकारी देना चाहिए। केवल चुनाव में भाषण देने से काम नहीं चलेगा। झारखंड में चुनाव के समय घुसपैठिए थे, लेकिन अब वहां नहीं हैं?
तेजस्वी यादव ने कहा कि घुसपैठियों के माध्यम से असल में लोगों का ध्यान मुद्दों से भटकाया जा रहा है। असली मुद्दे हैं शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, सिंचाई और कार्रवाई। उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार के एक मंत्री ने पत्रकार के साथ हिंसा की और गाली-गलौज की। 2005 के पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था कि विपक्ष के नेता को एफआईआर के लिए जाना पड़े। मुख्यमंत्री तो अचेत अवस्था में हैं।
तेजस्वी यादव ने 'माई बहन मान योजना' पर एफआईआर के बारे में कहा कि यह सब मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए किया गया है।