क्या योगी सरकार का श्रम विभाग शिकायत निस्तारण में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- निवेश मित्र पोर्टल पर शिकायतों का त्वरित निस्तारण।
- सरकार का 99.32 प्रतिशत समाधान दर।
- हेल्पलाइन के माध्यम से आसान शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया।
- यूजर अनुभव में 96.60 प्रतिशत संतोष।
- प्रशासनिक सक्रियता का अद्भुत उदाहरण।
लखनऊ, 23 जून (राष्ट्र प्रेस)। योगी सरकार ने निवेशकों और उद्यमियों को अनुकूल वातावरण प्रदान करने के साथ-साथ उनकी समस्याओं के त्वरित समाधान के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दर्शाई है। इस दिशा में, ‘निवेश मित्र पोर्टल’ पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण की स्थिति यह साबित करती है कि सरकार ने पारदर्शिता और जवाबदेही के उच्च मानकों की स्थापना की है।
योगी सरकार ने श्रम विभाग से संबंधित शिकायतों का त्वरित निस्तारण कर यह दिखाया है कि वह अपनी प्रतिबद्धता को साकार कर रही है।
श्रम विभाग द्वारा प्रदान किए गए आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 में निवेश मित्र पोर्टल पर प्राप्त कुल 22,280 शिकायतों में से 22,130 का सफल निस्तारण हुआ, जो कि 99.32 प्रतिशत समाधान दर दर्शाता है। हेल्पलाइन/टोल फ्री के माध्यम से प्राप्त 19,503 शिकायतों में से 19,353 का समाधान किया गया, वहीं आईजीआरएस (समाधान पोर्टल) पर दर्ज सभी 2,777 शिकायतों का 100 प्रतिशत निस्तारण किया गया।
यूजर अनुभव के संबंध में प्राप्त फीडबैक में 88.2 प्रतिशत उपयोगकर्ताओं ने पोर्टल की सेवाओं को संतोषजनक बताया है, जबकि 8.1 प्रतिशत ने इसे मध्यम श्रेणी में रखा और केवल 3.6 प्रतिशत असंतुष्ट पाए गए। कुल मिलाकर, ऑनलाइन सेवाओं में 96.60 प्रतिशत यूजर्स ने संतोष व्यक्त किया है, जो कि किसी भी सरकारी डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
श्रम विभाग से संबंधित फीडबैक में 89.60 प्रतिशत उपयोगकर्ता संतुष्ट पाए गए, जबकि मात्र 3.4 प्रतिशत ने असंतोष व्यक्त किया। यह विभागीय जवाबदेही और सुगम सेवा उपलब्धता का प्रमाण है। सरकार द्वारा प्रदत्त टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 18001805160 और 0512-2295174 पर नागरिकों की शिकायतें आसानी से दर्ज की जाती हैं और निर्धारित समयसीमा में निस्तारण सुनिश्चित किया जाता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बार-बार यह कहा है कि उत्तर प्रदेश को निवेश के लिए देश का सबसे आकर्षक गंतव्य बनाना आवश्यक है, जिसके लिए पारदर्शी और कुशल प्रशासनिक प्रणाली का होना जरूरी है। निवेश मित्र पोर्टल इस सोच का एक सशक्त प्रतीक है, जिसने ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश को अग्रणी राज्यों में स्थान दिलाया है।
इस पोर्टल के माध्यम से सरकार ने स्पष्ट किया है कि यदि राजनीतिक इच्छाशक्ति, तकनीकी दक्षता और प्रशासनिक सक्रियता का सही संयोजन हो, तो आम जनता और उद्यमियों दोनों को लाभ पहुंचाया जा सकता है। अब यह पोर्टल केवल एक शिकायत निवारण प्रणाली नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश की सुशासन नीति का विश्वसनीय चेहरा बन चुका है।