क्या अहमदाबाद विमान हादसे में आईएमए ने टाटा संस से घायल और मृत मेडिकल छात्रों की सहायता करने का अनुरोध किया?

सारांश
Key Takeaways
- आईएमए ने टाटा से सहायता की मांग की है।
- अहमदाबाद विमान हादसे में 275 लोग मारे गए।
- टाटा समूह ने मुआवजे की घोषणा की है।
- सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है।
- घायल छात्रों के लिए सहायता की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 14 जून (राष्ट्र प्रेस)। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, गुजरात राज्य शाखा ने शनिवार को टाटा संस से अहमदाबाद हवाई अड्डे के निकट एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 की दुर्घटना में घायल और मारे गए बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रों को वित्तीय सहायता देने का विनम्र अनुरोध किया।
इस भयानक दुर्घटना में विमान में सवार और ज़मीन पर मौजूद लगभग 275 व्यक्तियों की मृत्यु की पुष्टि हुई है। एयर इंडिया के स्वामित्व वाले टाटा समूह ने इस दुखद घटना में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवारों के लिए 1 करोड़ रुपए के मुआवजे की घोषणा की है।
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को संबोधित पत्र में आईएमए ने इस मुआवजे की प्रशंसा की और प्रभावित मेडिकल छात्रों और चिकित्सकों के लिए तत्काल सहायता की मांग की।
पत्र में लिखा गया है, "हम आपसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करते हैं कि दुर्घटना स्थल पर उपस्थित उन मेडिकल छात्रों को वित्तीय और आवश्यक सहायता प्रदान करने पर विचार करें, जो इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में घायल हो गए या अपनी जान गंवा बैठे।"
पत्र में आगे कहा गया, "ये व्यक्ति न केवल पीड़ित थे, बल्कि हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के भविष्य के स्तंभ भी थे। उनके परिवार समान देखभाल और सहायता के हकदार हैं। इसलिए, हम आपसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करते हैं कि घायल या मृत मेडिकल छात्रों को भी तत्काल समान सहायता प्रदान करने की घोषणा करें।"
इससे पहले, दो चिकित्सकों ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसमें केंद्र सरकार से प्रभावित मेडिकल छात्रों को पर्याप्त मुआवजा प्रदान करने का निर्देश देने की मांग की गई थी।
डॉ. सौरव कुमार और डॉ. ध्रुव चौहान द्वारा शुक्रवार को दायर याचिका में सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया गया है कि केंद्र सरकार को सभी मृतक पीड़ितों के परिवारों के लिए 50 लाख रुपए के अंतरिम मुआवजे की तुरंत घोषणा करने का निर्देश दिया जाए, जिसमें बीजे मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर भी शामिल हैं, जो मारे गए लोगों में से थे।
याचिका में केंद्र सरकार से मृतकों के पात्र परिवार के सदस्यों के लिए रोजगार के अवसर सहित पुनर्वास सहायता प्रदान करने के निर्देश देने की भी मांग की गई है।