क्या बैंक डिपॉजिट की वृद्धि दर क्रेडिट ग्रोथ से अधिक है? क्रेडिट-टू-डिपॉजिट रेश्यो 79.3 प्रतिशत : रिपोर्ट

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क्या बैंक डिपॉजिट की वृद्धि दर क्रेडिट ग्रोथ से अधिक है? क्रेडिट-टू-डिपॉजिट रेश्यो 79.3 प्रतिशत : रिपोर्ट

सारांश

क्या बैंक डिपॉजिट की वृद्धि दर क्रेडिट ग्रोथ से अधिक है? नवीनतम रिपोर्ट में इस सवाल का जवाब मिलता है, जिसमें डिपॉजिट की वृद्धि दर और क्रेडिट-टू-डिपॉजिट रेश्यो पर महत्वपूर्ण आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं। जानें कैसे निवेश विकल्पों में बढ़ोतरी और ब्याज दरों में कमी ने इस स्थिति को प्रभावित किया।

Key Takeaways

  • डिपॉजिट की वृद्धि दर: 10.2 प्रतिशत
  • क्रेडिट-टू-डिपॉजिट रेश्यो: 79.3 प्रतिशत
  • टाइम डिपॉजिट: 206.1 लाख करोड़ रुपए
  • डिमांड डिपॉजिट: 28.9 लाख करोड़ रुपए
  • अल्पकालिक कॉल दर: 5.45 प्रतिशत

नई दिल्ली, 9 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। 22 अगस्त 2025 को समाप्त होने वाले पखवाड़े के दौरान डिपॉजिट की वृद्धि दर क्रेडिट ग्रोथ से 20 आधार अंक अधिक रही। यह जानकारी मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में साझा की गई।

रेटिंग्स एजेंसी केयरएज रेटिंग्स की रिपोर्ट के अनुसार, 22 अगस्त तक क्रेडिट ऑफ टेक 186.4 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया, जो कि सालाना आधार पर 10 प्रतिशत अधिक है। हालाँकि, यह पिछले वर्ष की वृद्धि दर 14.9 प्रतिशत से कम है।

क्रेडिट-डिपॉजिट रेश्यो लगातार 11वें पखवाड़े के लिए सपाट 79.3 प्रतिशत पर बना रहा है। यह 80 प्रतिशत के नीचे रहने का एक संकेत है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि डिपॉजिट सालाना आधार पर 10.2 प्रतिशत बढ़कर 235 लाख करोड़ रुपए हो गए हैं, जबकि पिछले वर्ष की वृद्धि दर 11.3 प्रतिशत थी। डिपॉजिट की धीमी वृद्धि दर का कारण ब्याज दरों में कमी और निवेश के विकल्पों में बढ़ोतरी है।

पखवाड़ा आधार पर क्रेडिट में 0.39 लाख करोड़ रुपए की वृद्धि हुई है, और इसमें कमी कॉर्पोरेट मांग, निजी पूंजीगत व्यय और व्यक्तिगत लोन की मांग में गिरावट के कारण आई है।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि टाइम डिपॉजिट 9.2 प्रतिशत बढ़कर 206.1 लाख करोड़ रुपए हो गया है, जो पिछले वर्ष इसी समय 10.9 प्रतिशत की वृद्धि से कम है। डिमांड डिपॉजिट 18.2 प्रतिशत बढ़कर 28.9 लाख करोड़ रुपए बन गया है।

अल्पकालिक भारित औसत कॉल दर (डब्ल्यूएसीआर), जिस पर बैंक ओवरनाइट इंटरबैंक कॉल मनी मार्केट में धन उधार लेते और देते हैं, 29 अगस्त तक घटकर 5.45 प्रतिशत रह गई है, जो एक वर्ष पहले 6.59 प्रतिशत थी।

बैंकों का क्रेडिट-टू-एसेट्स रेश्यो 72.1 प्रतिशत पर स्थिर रहा, जबकि सरकारी निवेश-टू-एसेट्स रेश्यो एक आधार अंक घटकर 26.1 प्रतिशत हो गया। कुल मिलाकर सरकारी निवेश बढ़कर 67.6 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो सालाना आधार पर 6.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

Point of View

इस रिपोर्ट में प्रस्तुत आंकड़े दर्शाते हैं कि भारत का आर्थिक परिदृश्य लगातार बदल रहा है। बैंक डिपॉजिट की वृद्धि दर में वृद्धि और क्रेडिट ग्रोथ में कमी एक महत्वपूर्ण संकेत है जो हमें निवेश के नए विकल्पों और ब्याज दरों में बदलाव और कॉर्पोरेट मांग की स्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता बताता है।
NationPress
09/09/2025

Frequently Asked Questions

बैंक डिपॉजिट की वृद्धि दर क्या है?
बैंक डिपॉजिट की वृद्धि दर 10.2 प्रतिशत है, जो कि क्रेडिट ग्रोथ से अधिक है।
क्रेडिट-टू-डिपॉजिट रेश्यो क्या दर्शाता है?
क्रेडिट-टू-डिपॉजिट रेश्यो 79.3 प्रतिशत है, जो कि बैंकिंग क्षेत्र की स्थिरता को दर्शाता है।
डिपॉजिट की वृद्धि दर में कमी का कारण क्या है?
डिपॉजिट की वृद्धि दर में कमी का कारण ब्याज दरों में गिरावट और निवेश विकल्पों में वृद्धि है।
क्रेडिट ग्रोथ में गिरावट का कारण क्या है?
क्रेडिट ग्रोथ में गिरावट का कारण कॉर्पोरेट मांग में कमी और निजी पूंजीगत व्यय का घटना है।
क्या टाइम डिपॉजिट की वृद्धि दर भी कम हुई है?
जी हां, टाइम डिपॉजिट की वृद्धि दर 9.2 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में कम है।