क्या टाटा ग्रुप के चेयरमैन ने कर्मचारियों को अहमदाबाद हादसे पर पत्र लिखा?

सारांश
Key Takeaways
- चंद्रशेखरन ने पत्र में पारदर्शिता का आश्वासन दिया।
- हादसे को टाटा समूह का सबसे काला दिन बताया गया।
- जांच में यूके और यूएस की टीमों को शामिल किया गया।
- जनता से धैर्य रखने का अनुरोध किया गया।
- हादसे का कोई निश्चित कारण ज्ञात नहीं है।
नई दिल्ली, १३ जून (राष्ट्र प्रेस)। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने शुक्रवार को समूह के सभी कर्मचारियों को एक पत्र में अहमदाबाद विमान हादसे को टाटा ग्रुप के इतिहास का सबसे काला दिन बताया। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना से संबंधित संवाद में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी।
पत्र में चंद्रशेखरन ने उल्लेख किया, "यह हमारे लिए एक कठिन समय है। कल जो हुआ, उससे हम गहरे शोक में हैं। एक व्यक्ति को खोना भी त्रासदी है, लेकिन इतने सारे लोगों की एक साथ मौत होना तो समझ से परे है।"
उन्होंने इसे टाटा समूह के इतिहास का सबसे काला दिन बताते हुए कहा, "मेरी संवेदनाएं दुर्घटना में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों और प्रियजनों के साथ हैं। हम उनके लिए यहाँ हैं।"
चंद्रशेखरन ने आगे कहा कि उनकी तरह वे भी यह जानना चाहते हैं कि इस हादसे का क्या कारण था, जो फिलहाल ज्ञात नहीं है। पिछले २४ घंटे में यूके और यूएस की जांच टीमें अहमदाबाद पहुँच चुकी हैं।
उन्होंने कहा, "जब हम तथ्यों की पुष्टि कर लेंगे, तो हम इस त्रासदी के बारे में अपने संवाद में भी पारदर्शिता बनाए रखेंगे।"
चंद्रशेखरन ने दुर्घटना के बारे में बढ़ती अटकलों पर जनता से धैर्य रखने का भी अनुरोध किया।
उन्होंने यह भी कहा कि केवल प्रशिक्षित जांचकर्ता ही यह बता पाएंगे कि यह नियमित उड़ान कैसे इस त्रासदी में समाप्त हुई।
हादसे के कुछ समय बाद, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बताया कि उसने अहमदाबाद प्लेन क्रैश की जांच शुरू कर दी है।
गुरुवार को, एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
डीजीसीए के प्रवक्ता ने कहा, "इस समय दुर्घटना का कोई निश्चित कारण ज्ञात नहीं है। विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है।"
प्रवक्ता ने आगे कहा कि सभी संबंधित एजेंसियां इस जांच में शामिल हैं।