क्या हर रोज की चाय से कैंसर, हार्ट अटैक और डायबिटीज से बचाव संभव है?

सारांश
Key Takeaways
- चाय थकान मिटाने में मदद करती है।
- ग्रीन टी कैंसर के जोखिम को कम कर सकती है।
- दिल की बीमारियों में चाय लाभदायक होती है।
- डायबिटीज के मरीजों के लिए ग्रीन टी फायदेमंद है।
- चाय का सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए।
नई दिल्ली, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिनभर की थकान को दूर करने के लिए लोग अक्सर चाय का सहारा लेते हैं। लेकिन, यह चाय सिर्फ थकान को ही नहीं मिटाती, बल्कि हमें कई गंभीर बीमारियों से भी बचाने में मदद करती है।
हाल ही में एक अध्ययन में यह सामने आया है कि चाय, विशेषकर ग्रीन टी और ब्लैक टी, न केवल कैंसर जैसे खतरनाक रोगों के जोखिम को कम कर सकती है, बल्कि दिल, डायबिटीज, गठिया और मस्तिष्क से संबंधित समस्याओं में भी सहायक हो सकती है।
अमेरिकन नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, चाय के पत्तों में मौजूद पॉलीफेनोल्स, विशेष रूप से ईजीसीजी तत्व, शरीर में सूजन को कम करते हैं, कोशिकाओं को सुरक्षित रखते हैं और हानिकारक तत्वों के खिलाफ लड़ते हैं।
अध्ययन में कहा गया है कि जो लोग रोजाना 3 से 5 कप ग्रीन टी या ब्लैक टी का सेवन करते हैं, उनमें कैंसर का जोखिम कम होता है। स्किन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, फेफड़ों का कैंसर और यहां तक कि ब्रेस्ट कैंसर पर भी चाय का सकारात्मक प्रभाव देखा गया है। लेकिन, अत्यधिक गर्म चाय पीने से अधिक हानि हो सकती है।
केवल कैंसर ही नहीं, बल्कि दिल की बीमारियों में भी चाय का सेवन लाभकारी होता है। ग्रीन टी खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाने, वसा को बाहर निकालने और हृदय की रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करती है। डायबिटीज के रोगियों के लिए भी ग्रीन टी एक अच्छा विकल्प हो सकती है, क्योंकि यह ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में सहायक होती है।
इसके अलावा, पार्किंसन जैसे रोगों में भी चाय का सेवन लाभकारी माना गया है।
हालांकि, अत्यधिक चाय पीना, विशेषकर खाली पेट या अधिक चीनी के साथ, शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। यदि इसे संतुलित मात्रा में और सही तरीके से पिया जाए, तो चाय सिर्फ दिन की शुरुआत नहीं करती, बल्कि आपके जीवन को भी बेहतर बना सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस विषय पर और व्यापक अनुसंधान की आवश्यकता है।