क्या भारत ने मॉरीशस को 10 इलेक्ट्रिक बसों की पहली खेप सौंपी?

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क्या भारत ने मॉरीशस को 10 इलेक्ट्रिक बसों की पहली खेप सौंपी?

सारांश

भारत और मॉरीशस के बीच संबंधों को और मजबूती देने वाली एक नई पहल में, भारत ने मॉरीशस को 10 इलेक्ट्रिक बसों की पहली खेप सौंपी। यह कदम न केवल दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ाएगा, बल्कि पर्यावरण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। जानिए इस समारोह की खास बातें।

Key Takeaways

  • भारत ने मॉरीशस को 10 इलेक्ट्रिक बसें दी हैं।
  • इससे दोनों देशों के संबंधों में मजबूती आएगी।
  • परियोजना पर्यावरण के लिए लाभदायक है।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा का महत्व है।
  • भारत की हरित परिवर्तन में भागीदारी महत्वपूर्ण है।

पोर्ट लुईस, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत के राजदूत अनुराग श्रीवास्तव ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम को 10 इलेक्ट्रिक बसों की पहली खेप सौंपी है। यह कदम भारत और मॉरीशस के बीच संबंधों को और भी मजबूती प्रदान करेगा।

यह कार्यक्रम रेडुइट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी लोक सेवा एवं नवाचार संस्थान में आयोजित किया गया। इस संस्थान को भारत-मॉरीशस की मित्रता का प्रतीक माना जाता है।

इस मौके पर भारतीय राजदूत और मॉरीशस के प्रधानमंत्री के अलावा अन्य मंत्री और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

पोर्ट लुईस स्थित भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मॉरीशस की ऐतिहासिक यात्रा को याद किया और इस ई-बस परियोजना को सार्वजनिक परिवहन में क्रांतिकारी बदलाव और दोनों देशों के बीच के विशेष रिश्तों का प्रतीक बताया।"

मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने उच्च-स्तरीय बुनियादी ढांचे, नीली अर्थव्यवस्था, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और प्रौद्योगिकी, खाद्य एवं समुद्री सुरक्षा में भारत की भूमिका की सराहना की। उन्होंने अपने संबोधन में कार्बन उत्सर्जन कम करने, ईंधन आयात में कटौती और ई-मोबिलिटी में रोजगार सृजन में ई-बस परियोजना के महत्व पर जोर दिया।

भारत-मॉरीशस मेट्रो एक्सप्रेस परियोजना, नया सुप्रीम कोर्ट भवन, नया ईएनटी अस्पताल, 956 सामाजिक आवास इकाइयां और शैक्षिक टैबलेट जैसी अनेक उच्च-स्तरीय बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के सफल कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने इसके लिए भारत के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि स्वतंत्रता के बाद से मॉरीशस के विकास में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

भारतीय उच्चायुक्त अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारत मॉरीशस के साथ जन-केंद्रित और सतत विकास की साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने मॉरीशस के हरित परिवर्तन में भारत के व्यापक समर्थन को भी उजागर किया, जिसमें 8 मेगावाट का सौर पीवी फार्म (हेनरीटा), 100 सौर स्ट्रीट लाइट और रॉड्रिक्स में एक सामुदायिक सौर फार्म शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2025 में मॉरीशस की यात्रा की थी।

Point of View

बल्कि पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए भी आवश्यक है। भारत की इस पहल से दोनों देशों के बीच की मित्रता और भी गहरी होगी।
NationPress
28/12/2025

Frequently Asked Questions

भारत ने मॉरीशस को कितनी इलेक्ट्रिक बसें सौंपी हैं?
भारत ने मॉरीशस को 10 इलेक्ट्रिक बसों की पहली खेप सौंपी है।
यह समारोह कहां आयोजित हुआ था?
यह समारोह रेडुइट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी लोक सेवा एवं नवाचार संस्थान में आयोजित किया गया।
इस पहल का पर्यावरण पर क्या प्रभाव होगा?
यह पहल कार्बन उत्सर्जन को कम करने और ई-मोबिलिटी में रोजगार सृजन में सहायक होगी।
भारत और मॉरीशस के संबंधों को कैसे प्रभावित करेगा?
यह पहल दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत बनाएगी।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने इस पहल पर क्या कहा?
उन्होंने भारत के सहयोग की सराहना करते हुए इसे दोनों देशों के बीच विशेष संबंधों का प्रतीक बताया।
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