क्या पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आत्मघाती हमले ने फिर से हड़की मचाई?

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क्या पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आत्मघाती हमले ने फिर से हड़की मचाई?

सारांश

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में एक बार फिर आत्मघाती हमले से हड़कंप मच गया है। लक्की मरवत जिले में सुरक्षा गाड़ी पर किए गए इस हमले में एक पुलिसकर्मी की जान गई है। क्या ये हमले पाकिस्तान में बढ़ती हिंसा की नई कहानी हैं?

Key Takeaways

  • खैबर पख्तूनख्वा में आत्मघाती हमला हुआ।
  • एक पुलिसकर्मी की मौत और तीन अन्य घायल हुए।
  • पुलिस ने घटना स्थल पर तलाशी अभियान चलाया।
  • पाकिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि हो रही है।
  • सुरक्षा स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।

इस्लामाबाद, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा एक बार फिर एक आत्मघाती हमले का शिकार बना है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, प्रांत के लक्की मरवत जिले में सोमवार को एक सुरक्षा वाहन को निशाना बनाया गया। इस धमाके में एक पुलिसकर्मी की जान चली गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए।

लक्की मरवत जिला पुलिस के प्रवक्ता आसिफ हसन ने जानकारी दी कि एक आत्मघाती हमले में ताजोरी पुलिस की गाड़ी को टारगेट किया गया। मृत पुलिसकर्मी की पहचान हेड कांस्टेबल अलाउद्दीन के रूप में हुई है।

पाकिस्तान के समाचार पत्र डॉन के अनुसार, आत्मघाती हमलावर मौके से भागने में सफल रहा। पुलिस और सुरक्षा बलों ने तुरंत तलाशी अभियान शुरू कर दिया।

पाकिस्तान में पिछले वर्ष, ख़ासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में, आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। नवंबर 2022 में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा सरकार के साथ किया गया युद्धविराम समझौता टूटने के बाद से यह वृद्धि हुई है।

हाल के हमलों में, 24 नवंबर को, खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू जिले में एक लिंक रोड पर सशस्त्र हमलावरों ने पाकिस्तानी सुरक्षा बल की गाड़ी पर हमला किया था, जिसमें एक सैनिक घायल हो गया था।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घायल सैनिक को बन्नू छावनी के अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षा बल और पुलिस ने पूरे क्षेत्र में संयुक्त तलाशी अभियान चलाया, जिसमें कई "आतंकवादी" मारे गए और घायल हुए।

8 नवंबर को, खैबर पख्तूनख्वा की खार तहसील के तांगी क्षेत्र में चेकपोस्ट पर भी हमला हुआ था, जिसमें एक पुलिस अधिकारी घायल हुआ था।

इस बीच, इस्लामाबाद के सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (सीआरएसएस) ने अपनी नवीनतम सुरक्षा रिपोर्ट में बताया कि पाकिस्तान में 2025 की तीसरी तिमाही में कुल हिंसा में 46 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।

रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान पाकिस्तान में कम से कम 901 लोगों की मौत हुई और 599 लोग घायल हुए, जिनमें आम जनता, सुरक्षाकर्मी और अपराधी शामिल थे। कुल 329 हिंसक घटनाएं हुईं, जिनमें आतंकवादी हमले और आतंक-विरोधी अभियान शामिल थे।

पाकिस्तान में जनवरी और सितंबर 2024 (क्यू1-क्यू3) के बीच 1,527 मौतें हुईं। 2025 में यह आंकड़ा बढ़कर 2,414 मौतों तक पहुंच गया। यह हिंसा में 58 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। हालांकि, मौतों के कारणों में बड़ा परिवर्तन देखा गया है। 2024 में सुरक्षा अभियानों के कारण 505 मौतें हुईं, जबकि आतंकवादी हमलों के कारण 1,022 लोग मारे गए थे।

सीआरएसएस की रिपोर्ट में कहा गया है: "इस तिमाही में देश में 96 प्रतिशत से अधिक हिंसक घटनाएं खैबर पख्तूनख्वा (केपी) और बलूचिस्तान में रिकॉर्ड की गईं, जिससे पता चलता है कि ये सबसे अस्थिर प्रांत हैं। केपी का हाल सबसे बुरा रहा, जहां हिंसा से जुड़ी कुल मौतों में से लगभग 71 प्रतिशत (638) और हिंसा की 67 प्रतिशत (221) से अधिक घटनाएं हुईं, इसके बाद बलूचिस्तान का नंबर आता है, जहां 25 प्रतिशत से अधिक मौतें (230) और घटनाएं (85) हुईं। बाकी सभी इलाकों में दर्ज मौतों, घायलों और घटनाओं की संख्या काफी कम रही।

Point of View

NationPress
14/12/2025

Frequently Asked Questions

खैबर पख्तूनख्वा में आत्मघाती हमले की वजह क्या है?
आत्मघाती हमले की वजह आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि और सुरक्षा स्थिति में कमी है।
क्या पाकिस्तान में आतंकवादी हमले बढ़ रहे हैं?
हां, पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों की संख्या में वृद्धि हुई है।
इस हमले में कितने लोग प्रभावित हुए?
इस हमले में एक पुलिसकर्मी की मौत हुई और तीन अन्य लोग घायल हुए।
पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति क्या है?
पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति चिंताजनक है, खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में।
आत्मघाती हमले के बाद पुलिस ने क्या कदम उठाए?
पुलिस ने तुरंत तलाशी अभियान शुरू किया और इलाके की सुरक्षा बढ़ाई।
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