क्या पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में भारी बारिश ने मचाई तबाही? 166 की मौत

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क्या पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में भारी बारिश ने मचाई तबाही? 166 की मौत

सारांश

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मानसूनी बारिश ने जीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। मृतकों की संख्या बढ़कर 166 हो गई है। जानिए किस तरह से बारिश ने तबाही मचाई और अधिकारियों ने क्या कदम उठाए हैं।

Key Takeaways

  • पंजाब में भारी बारिश से 166 मौतें हुई हैं।
  • सियालकोट में सबसे अधिक 78 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
  • बिजली आपूर्ति में बाधा आई है।
  • पीडीएमए ने बाढ़ की चेतावनी जारी की है।
  • लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

लाहौर, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मानसूनी बारिश का कहर जारी है। शनिवार को मानसून के कारण हुई मौतों की संख्या बढ़कर 166 हो गई है। सियालकोट और झेलम में दो और लोगों की मौत के साथ यह आंकड़ा बढ़ा है। इस बीच, प्रांत के कई शहरों में एक बार फिर से मूसलधार बारिश ने तबाही मचाई है।

पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) के अनुसार, सियालकोट में सबसे अधिक 78 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके बाद, लाहौर में 43.4 मिमी और गुजरांवाला में 36.8 मिमी बारिश हुई। चकवाल (23 मिमी), अटक (13.6 मिमी), मंगला (12.2 मिमी), गुजरात (10.6 मिमी), नारोवाल (5 मिमी), रावलकोट (4 मिमी), इस्लामाबाद एयरपोर्ट (3.9 मिमी) और मंडी बहाउद्दीन (0.5 मिमी) में भी बारिश दर्ज की गई है।

पंजाब के कई हिस्सों में गर्मी और उमस बनी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने रविवार को पंजाब के उत्तर-पूर्वी हिस्सों, पोटोहर क्षेत्र, इस्लामाबाद, ऊपरी खैबर पख्तूनख्वा, कश्मीर और आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की बारिश और तूफान की भविष्यवाणी की है।

प्रांतीय अधिकारियों ने 8 अगस्त के आंकड़ों के आधार पर बताया कि इस मानसून सीजन में 164 लोगों की मौत हुई है और 82 लोग घायल हुए हैं। इसके अतिरिक्त, पंजाब में 121 पशुधन मारे गए हैं और 216 घर नष्ट हुए हैं।

प्रांतीय राजधानी लाहौर में शनिवार दोपहर 1:30 बजे से 4:30 बजे तक भारी बारिश हुई। वाटर एंड सैनिटेशन एजेंसी (डब्ल्यूएएसए) के अनुसार, सबसे अधिक बारिश पानी वाले तालाब (86 मिमी), फर्रुखाबाद (85 मिमी), लक्ष्मी चौक (83 मिमी) और निश्तार टाउन (81 मिमी) में दर्ज की गई। गुलबर्ग (60 मिमी), चौक नखुदा (57 मिमी), इकबाल टाउन (45 मिमी), जोहर टाउन (44 मिमी) और समानाबाद (43 मिमी) भी प्रभावित हुए हैं, जबकि गुलशन-ए-रावी, कुर्तबा चौक, जेल रोड और ताजपुरा में कम बारिश दर्ज की गई।

मॉडल टाउन, कोट लखपत, पेको रोड, टाउनशिप, ग्रीन टाउन, फैक्ट्री एरिया, मुस्लिम टाउन और गार्डन टाउन सहित कई इलाकों में जल जमाव की सूचना मिली है। निश्तार पार्क स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बाढ़ के कारण 'इंडिपेंडेंस फैमिली फन रेस' को रद्द कर दिया गया है। इसके साथ ही बारिश के कारण लाहौर में 120 से अधिक फीडर ट्रिप होने से बिजली आपूर्ति भी बाधित रही।

प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) ने कई नदियों में निम्न-स्तरीय बाढ़ की चेतावनी जारी की है। तरबेला बांध 96 प्रतिशत क्षमता पर है, जिसका जल स्तर 1,546 फीट है। इसके अलावा, मंगला बांध 63 प्रतिशत भरा है और इसका जल स्तर 1,205.25 फीट है। सिंधु नदी पर चश्मा बैराज में निम्न-स्तर की बाढ़ की सूचना मिली है, लेकिन तरबेला, कालाबाग, तौनसा, गुड्डू, सक्खर और कोटरी बैराज में जल प्रवाह सामान्य है।

रावी नदी के बसंतर नाले में मामूली बाढ़ है, लेकिन मुख्य धारा अप्रभावित है। कोह-ए-सुलेमान रेंज और डेरा गाजी खान डिवीजन में पहाड़ी नालों से बाढ़ का कोई खतरा नहीं है।

पीडीएमए के महानिदेशक ने लोगों से नदियों और नहरों के पास सावधानी बरतने की अपील की है। नदियों, नहरों और जलधाराओं के किनारे तैराकी और स्नान पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है और धारा 144 लागू कर दी गई है। आपातकालीन व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं और निचले इलाकों के निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

Point of View

लेकिन हमें एकजुट होकर इस संकट का सामना करना होगा। सरकार और स्थानीय प्रशासन को तुरंत राहत कार्य शुरू करने की आवश्यकता है। हम सभी को जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
NationPress
10/08/2025

Frequently Asked Questions

पंजाब प्रांत में बारिश से कितने लोग प्रभावित हुए हैं?
पंजाब प्रांत में भारी बारिश से अब तक 166 लोगों की मौत हो चुकी है और 82 लोग घायल हुए हैं।
क्या बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति है?
हाँ, प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कई नदियों में निम्न-स्तरीय बाढ़ की चेतावनी जारी की है।
कौन-कौन से शहरों में बारिश हुई है?
सियालकोट, लाहौर, गुजरांवाला, चकवाल, और अटक में बारिश हुई है।
क्या लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है?
जी हाँ, पीडीएमए ने नदियों और नहरों के पास सावधानी बरतने की अपील की है।
बिजली की स्थिति क्या है?
बारिश के कारण लाहौर में 120 से अधिक फीडर ट्रिप होने से बिजली आपूर्ति बाधित हुई है।