क्या हम इस भयानक खतरे से निपटने के लिए एक टीम के रूप में काम कर सकते हैं? ट्रंप ने नेतन्याहू का आभार व्यक्त किया

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क्या हम इस भयानक खतरे से निपटने के लिए एक टीम के रूप में काम कर सकते हैं? ट्रंप ने नेतन्याहू का आभार व्यक्त किया

सारांश

अमेरिका ने ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर हमले के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को धन्यवाद दिया है। यह घटना ईरान-इजरायल के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच हुई है। जानें इस संघर्ष के पीछे की वजह और ट्रंप का क्या कहना है।

Key Takeaways

  • अमेरिका ने ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर हमला किया।
  • डोनाल्ड ट्रंप ने नेतन्याहू का आभार व्यक्त किया।
  • संघर्ष 13 जून से शुरू हुआ था।
  • इजरायल ने ईरान पर निवारक हमला किया।
  • क्षेत्रीय तनाव पहले से ही उच्च स्तर पर है।

वाशिंगटन, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका ने ईरान की 'न्यूक्लियर साइट्स' पर हमला किया है। इस हमले के कुछ घंटों बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और इजरायली सेना को अमेरिका के साथ सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

शनिवार (अमेरिकी समय) को हमलों के तुरंत बाद ट्रंप ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने नेतन्याहू को 'बीबी' के उपनाम से संबोधित करते हुए आभार व्यक्त किया।

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, "मैं प्रधानमंत्री बीबी नेतन्याहू को धन्यवाद और बधाई देना चाहता हूं। हमने एक टीम के रूप में काम किया, जैसा शायद पहले कभी किसी टीम ने नहीं किया। हम इजरायल के लिए इस भयानक खतरे को मिटाने के लिए बहुत आगे बढ़ चुके हैं। मैं इजरायली सेना को उनके शानदार काम के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।"

ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका ने ईरान में तीन न्यूक्लियर साइट्स पर बमबारी की है। इसके साथ ही उन्होंने तेहरान को चेतावनी दी कि जब तक वह इजरायल के साथ संघर्ष समाप्त नहीं करता, तब तक वह और सटीक हमले करेगा।

इन लक्ष्यों में अत्यधिक सुरक्षित फोर्डो, नतांज और एस्फाहान न्यूक्लियर फैसिलिटी शामिल हैं।

ट्रंप ने ईरान पर एयर स्ट्राइक के बाद कहा, "यह संघर्ष जारी नहीं रह सकता। ईरान के लिए या तो शांति होगी, या त्रासदी। याद रखें, अभी कई टारगेट बचे हैं। शनिवार की रात उन सभी के लिए सबसे कठिन थी, और शायद सबसे घातक। अगर शांति जल्दी होती, तो हम उन अन्य टारगेट्स पर सटीकता, गति और कौशल के साथ हमला करते।"

राष्ट्रपति ट्रंप ने जोर देकर कहा कि हमलों का उद्देश्य ईरान की 'न्यूक्लियर एनरिचमेंट कैपेसिटी' को कम करना और दुनिया के नंबर-1 आतंक प्रायोजक से उत्पन्न परमाणु खतरे को रोकना था।

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर हमलों के लिए ट्रंप को धन्यवाद देते हुए कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप और मैं अक्सर कहते हैं- 'शक्ति के जरिए शांति।' पहले शक्ति आती है, फिर शांति आती है। और शनिवार रात, डोनाल्ड ट्रंप और संयुक्त राज्य अमेरिका ने बहुत ताकत के साथ काम किया।"

ईरान-इजरायल के बीच यह संघर्ष 13 जून को शुरू हुआ था। इजरायल ने ईरान पर अचानक हमला किया था। इजरायली अधिकारियों ने दावा किया था कि हमला तेहरान को न्यूक्लियर वेपन हासिल करने से रोकने के लिए एक निवारक उपाय था। इस संघर्ष ने पूरे क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है, जो अक्टूबर 2023 से गाजा में इजरायल के लंबे युद्ध के बाद पहले से ही चरम पर है।

Point of View

बल्कि वैश्विक सुरक्षा पर भी गंभीर प्रभाव डाल सकती है। राष्ट्रीय दृष्टिकोण से, हमें यह समझना होगा कि ऐसे हमले क्षेत्र में अस्थिरता को बढ़ा सकते हैं।
NationPress
22/06/2025

Frequently Asked Questions

ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष का कारण क्या है?
ईरान का न्यूक्लियर कार्यक्रम और इजरायल की सुरक्षा चिंताएं मुख्य कारण हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने नेतन्याहू को क्यों धन्यवाद दिया?
उन्होंने इजरायल के साथ मिलकर खतरों से निपटने के लिए धन्यवाद दिया।
अमेरिका ने ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर क्यों हमला किया?
यह हमला ईरान की न्यूक्लियर एनरिचमेंट क्षमता को कम करने के लिए किया गया।
क्या ईरान और इजरायल के बीच युद्ध हो सकता है?
संघर्ष की स्थिति को देखते हुए संभावनाएँ हैं, लेकिन यह स्थिति नियंत्रण में रहनी चाहिए।
इस संघर्ष का क्षेत्रीय स्थिरता पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
यह संघर्ष क्षेत्र में तनाव को बढ़ा सकता है और अन्य देशों को भी प्रभावित कर सकता है।