क्या आगरा में यमुना की सफाई करेंगे अखिलेश यादव?
सारांश
Key Takeaways
- अखिलेश यादव ने यमुना की सफाई का वादा किया।
- आगरा की पहचान ताजमहल और कला से जुड़ी है।
- भाजपा की सरकार पर सवाल उठाए गए।
- लखनऊ की तर्ज पर यमुना को साफ करने का प्रबंधन होगा।
आगरा, ६ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा है कि इस बार समीकरण में परिवर्तन होने वाला है। अब हम भरोसा कमकाम अधिक करेंगे। हमने भाजपा से समीकरण बनाना सीख लिया है।
आगरा में पत्रकारों से चर्चा करते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि अब हम सर्वेक्षण कराएंगे, जिसमें जो व्यक्ति जनता के बीच लोकप्रिय होगा, उसे मौका देंगे। आगरा की पहचान वैश्विक स्तर पर है, जो ताजमहल, दरगाह, पेठा और यहाँ के लोगों की कला से जुड़ी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि इस बार आगरा समाजवादी पार्टी को ऐतिहासिक परिणाम देने जा रहा है। आगरा के लोगों ने समझ लिया है कि जो मेट्रो चल रही है, वह समाजवादियों की देन है। यह डबल इंजन सरकार आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे जैसी अच्छी सड़क नहीं बना पाई है।
यमुना नदी की सफाई का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि इतिहास बताता है कि पानी की कमी के कारण राजधानी आगरा को स्थानांतरित करना पड़ा था, लेकिन आज यमुना का क्या हाल है? भाजपा वाले कहते हैं कि बिहार से बहती गंगा बंगाल के पास जाएगी, लेकिन मैं कहता हूँ कि इस बार उलटी गंगा बहने जा रही है।
उन्होंने कहा कि ये लोग दावा कर रहे हैं कि गंगा इतनी साफ हो गई है कि किसी भी घाट पर आचमन किया जा सकता है, लेकिन आप ही बताइए क्या घाट पर आचमन किया जा सकता है? आगरा में तो पानी की पहचान करना मुश्किल है, वह तो नाले की तरह प्रतीत होता है।
आगरा के लोगों को आश्वासन देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जिस तरह लखनऊ में रिवर फ्रंटमथुरा में साफ करने का कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली वालों से सवाल पूछेंगे कि यमुना को इतनी गंदी क्यों किया? इस बार आगरा के लोग सभी गंदगी को समाप्त कर देंगे।