आईएएनएस-मैटराइज सर्वे: क्या बिहार में एनडीए को मिलेगा 'बंपर' बहुमत?
                                सारांश
Key Takeaways
- एनडीए को 153-164 सीटें मिल सकती हैं।
 - महागठबंधन को 76-87 सीटें मिलने का अनुमान है।
 - भाजपा को 83-87 सीटें मिलने की संभावना है।
 - वोट शेयरिंग में एनडीए को 49 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।
 - बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को आएंगे।
 
नई दिल्ली, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मंगलवार को चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। बिहार की 243 सीटों पर दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण में 121 सीटों पर 6 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि दूसरे चरण के लिए 122 सीटों पर 11 नवंबर को मतदान होगा। चुनाव के परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
राष्ट्र प्रेस-मैटराइज का सर्वे 10 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच किया गया है। इसमें बिहार के 73,287 लोगों के राजनीतिक रुझानों को समझने की कोशिश की गई है। इस सर्वे में 38,109 पुरुषों, 19,787 महिलाओं और 15,390 युवाओं को शामिल किया गया है। एजेंसी का दावा है कि इस सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर +/- 3 प्रतिशत हो सकता है।
पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार समाप्त हो जाने के साथ, राष्ट्र प्रेस-मैटराइज का यह सर्वे सामने आया है। इस सर्वे में राज्य की जनता की राय ली गई है कि बिहार में किसके सिर पर सत्ता का ताज सजने वाला है।
सर्वे के अनुसार, बिहार में एक बार फिर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए की सरकार बनती नजर आ रही है, जबकि महागठबंधन को झटका लगता दिख रहा है। इस सर्वे के अनुसार, राज्य की 243 सीटों में से एनडीए को 153-164 सीटें मिल सकती हैं, वहीं इंडी गठबंधन को 76-87 सीटें मिलने का अनुमान है।
सर्वे के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी को सबसे ज्यादा 83-87 सीटें मिलने की संभावना है। जबकि, जेडीयू को 61-65 सीटें, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) को 4-5 सीटें, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 4-5 सीट और उपेंद्र कुशवाहाराष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी को 1-2 सीट मिलने का अनुमान है।
इंडी गठबंधन में, सर्वे के अनुसार राजद को 62-66 सीटें, कांग्रेस को 7-9, सीपीएम (एमएल) को 6-8, सीपीआई को 0-1, सीपीएम (मार्क्सवादी) को 0-1 और विकासशील इंसान पार्टी को 1-2 सीटें मिलती नजर आ रही हैं।
अन्य दलों की बात करें तो, असदुद्दीन ओवैसीएआईएमआईएम को 1-2 और प्रशांत किशोरजनसुराज पार्टी को 1-3 सीट मिलने का अनुमान है। वहीं, अन्य को 0-4 सीट मिल सकती हैं।
वोट शेयरिंग प्रतिशत की बात करें तो, एनडीए को 49 प्रतिशत और इंडी गठबंधन को 38 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है।
एनडीए गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 21 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है। जबकि, जेडीयू को 18 प्रतिशत, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को 2 प्रतिशत, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 6 प्रतिशत और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 2 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है।
इसी तरह से राष्ट्र प्रेस-मैटराइज के आंकड़ों में एनडीए को कुल 49 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।
इंडी गठबंधन के लिए, राजद को 22 प्रतिशत वोट, कांग्रेस को 8 प्रतिशत, सीपीएम (एमएल) को 5 प्रतिशत, सीपीआई को 1 प्रतिशत, सीपीएम (मार्क्सवादी) को 1 प्रतिशत और मुकेश सहनी की वीआईपी को 1 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।
सर्वे में प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज को 4 प्रतिशत, एआईएमआईएम को 1 प्रतिशत और अन्य को 8 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।