क्या बिहार के अस्पताल में प्रसव के बाद महिला की मृत्यु लापरवाही का परिणाम है?

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क्या बिहार के अस्पताल में प्रसव के बाद महिला की मृत्यु लापरवाही का परिणाम है?

सारांश

बिहार के सिवान में एक निजी अस्पताल में जुड़वा बच्चों को जन्म देने के बाद एक महिला की असामयिक मृत्यु ने कई सवाल उठाए हैं। परिवार का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते यह त्रासदी हुई। क्या यह घटना स्वास्थ्य प्रणाली में गहरी खामियों का संकेत है?

Key Takeaways

  • महिला की मृत्यु के पीछे अस्पताल की लापरवाही का आरोप।
  • परिवार ने उचित देखभाल की कमी का दावा किया।
  • स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू की।
  • महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया, लेकिन कुछ ही देर बाद मृत्यु।
  • अस्पताल प्रशासन ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया।

पटना, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के सिवान में स्थित एक निजी अस्पताल में जुड़वा बच्चों को जन्म देने के बाद एक महिला की मृत्यु हो गई। परिवार का कहना है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण यह घटना हुई है और डॉक्टर फरार हैं।

मृतका के परिवार ने डॉ. श्वेता रानी और मेट्रो अस्पताल पर आरोप लगाया है। परिवार ने उचित देखभाल की कमी को मुख्य कारण बताया।

शोक में डूबे परिजन रातभर अस्पताल में रहे और जवाबदेही और न्याय की मांग करते रहे।

स्थानीय पुलिस को सूचना मिलने पर महादेवा थाने के अधिकारी मेट्रो अस्पताल पहुंचे और परिवार के आरोपों के आधार पर जांच शुरू की।

परिवार के अनुसार, प्रसव के दौरान महिला की मृत्यु के बाद, अस्पताल के कर्मचारियों ने एक निजी एम्बुलेंस बुलाई और दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया।

एम्बुलेंस चालक ने महिला के शव को लगभग दो घंटे तक वाहन में ही रखा। जब परिवार ने अस्पताल में विरोध प्रदर्शन शुरू किया, तभी चालक दो घंटे बाद शव लेकर लौटा।

परिवार के सदस्यों ने बताया कि महिला कई महीनों से मेट्रो अस्पताल में डॉ. श्वेता कुमारी की देखरेख में थी।

एक परिवार के सदस्य ने कहा, "डॉ. श्वेता ने कहा था कि सब ठीक है। आप मरीज को बुधवार को अस्पताल लाएं और उसे भर्ती कर लें, हम सामान्य प्रसव करा देंगे।"

महिला ने प्रसव के दौरान जुड़वा बच्चों को जन्म दिया, लेकिन कुछ ही देर बाद उसकी मृत्यु हो गई। परिवार अब सवाल उठा रहा है कि मेट्रो अस्पताल की ओर से सभी आवश्यक सुविधाओं से लैस होने का दावा करने के बावजूद ऐसी घटना कैसे हो सकती है।

परिवार के अनुसार उनकी पीड़ा और बढ़ गई क्योंकि घटना के बाद डॉ. श्वेता सहित अस्पताल के डॉक्टर कथित तौर पर मौजूद नहीं थे।

एक और शोकाकुल परिवार के सदस्य ने कहा, "डॉक्टर यहां नहीं हैं। अब हम क्या करें? हमने इन बच्चों के लिए प्रार्थना की थी। २५ साल तक बच्चे पैदा करने की कोशिश करने के बाद, जब उसके दो बच्चे हुए, तो वह अब जीवित नहीं है।"

मामले की जांच चल रही है। अस्पताल प्रशासन ने अभी तक इस घटना के बारे में कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया है। आगे की जानकारी का इंतजार है।

Point of View

बल्कि यह भी दर्शाती है कि कैसे अस्पतालों में मरीजों की सुरक्षा को प्राथमिकता नहीं दी जाती। हमें इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
NationPress
17/07/2025

Frequently Asked Questions

महिला की मृत्यु का कारण क्या था?
परिवार का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण महिला की मृत्यु हुई।
क्या डॉक्टर अस्पताल में मौजूद थे?
परिवार के अनुसार, घटना के बाद डॉ. श्वेता और अन्य डॉक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं थे।
क्या अस्पताल प्रशासन ने कोई बयान दिया है?
अभी तक अस्पताल प्रशासन ने इस घटना के बारे में कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया है।
इस घटना की जांच कौन कर रहा है?
स्थानीय पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
महिला के परिवार ने क्या मांग की है?
परिवार ने जवाबदेही और न्याय की मांग की है।