क्या बिहार में आम आदमी पार्टी की जमानत जब्त होगी? केजरीवाल के ऐलान पर एनडीए नेताओं की प्रतिक्रिया

सारांश
Key Takeaways
- आम आदमी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेगी।
- केजरीवाल ने गठबंधन का हिस्सा नहीं होने की बात कही।
- एनडीए नेताओं ने जमानत जब्त करने का दावा किया।
- राजनीतिक समीकरणों में बदलाव आ सकता है।
- तेजस्वी यादव के लिए चुनौतियाँ बढ़ सकती हैं।
नई दिल्ली/पटना, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। आम आदमी पार्टी (आप) इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने जा रही है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को यह घोषणा की कि उनकी पार्टी बिहार में चुनाव लड़ेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं है। केजरीवाल के इस ऐलान पर एनडीए के नेताओं ने कहा कि राज्य में आप की जमानत जब्त हो जाएगी।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने पटना में मीडिया से बात करते हुए कहा, "यह बहुत अच्छा है, वे आएं। बिहार और बिहारियों को समझने में उन्हें समय लगेगा।"
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने समाचार एजेंसी से कहा, "बिहार में आप की जमानत जब्त होगी। महागठबंधन एक बार फिर विपक्ष में बैठेगा, क्योंकि एनडीए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में वापस आएगा।"
प्रदीप भंडारी ने आम आदमी पार्टी के 'इंडिया' ब्लॉक से अलग होने पर कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही कहा था कि लोकसभा चुनाव खत्म होते ही ये लोग आपस में लड़ना शुरू कर देंगे। अरविंद केजरीवाल के इस ऐलान के बाद यह साफ हो गया है कि वे अब 'महागठबंधन' के खिलाफ लड़ रहे हैं। इस बात से यह भी स्पष्ट होता है कि 'इंडी' अलायंस सिर्फ भ्रष्टाचार के कारण ही जुड़ा है।"
जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, "अरविंद केजरीवाल के बिहार में चुनाव लड़ने के ऐलान से साफ है कि 'इंडिया' ब्लॉक में बड़ी दरार आई है।" उन्होंने कहा कि आप ने स्पष्ट कर दिया है कि लोकसभा चुनाव के लिए ही गठबंधन बना था। यह भी स्पष्ट है कि ऐसे फैसले 'इंडिया' ब्लॉक के अन्य दलों की ओर से भविष्य में लिए जा सकते हैं। इससे चुनौतियां बढ़ी हैं और निस्संदेह तेजस्वी यादव की राह कठिन होगी।