क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को तोहफा दिया? 80 पिंक बस सेवा शुरू!

सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं के लिए विशेष पिंक बस सेवा
- महिला ड्राइवर और कंडक्टर
- सुरक्षा के लिए कैमरे
- गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष सीट
- ई-टिकटिंग की सुविधा
पटना, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की महिलाओं को एक विशेष उपहार दिया है। उन्होंने महिलाओं के लिए विशेष रूप से चलाने वाली 80 पिंक बसों को हरी झंडी दिखाई।
इन बसों में महिला ड्राइवर और महिला कंडक्टर होंगे, ताकि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
यह कार्यक्रम सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर आयोजित किया गया, जहां उन्होंने 1,065 बसों में ई-टिकट सुविधा का भी उद्घाटन किया। इस पहल का उद्देश्य बिहार के विभिन्न जिलों में महिलाओं के लिए यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाना है। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''आज बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की 1,065 बसों में ई-टिकटिंग सुविधा लागू करने का शुभारंभ किया और द्वितीय चरण में नई 80 पिंक बसों का लोकार्पण भी किया। इन बसों में केवल महिलाएं ही यात्रा कर सकती हैं। इन पिंक बसों के परिचालन से महिलाओं का सफर ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक होगा और उन्हें आवागमन में काफी सहूलियत होगी। साथ ही ई-टिकटिंग की व्यवस्था से राज्य के लोगों को विभिन्न जगहों पर यात्रा करने में सुगमता होगी।''
बिहार में विशेष तौर पर महिलाओं के लिए पिंक बसें चलाई जा रही हैं। इन बसों में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं। बस में कंडक्टर के साथ-साथ यह सुनिश्चित किया जाता है कि ड्राइवर भी महिला हो, जिससे सुरक्षा बनी रहे।
पिंक बस की कंडक्टर सविता कुमारी ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "यह सरकार की अच्छी पहल है, इससे महिलाओं को काफी फायदा मिलेगा। बस में महिलाओं के लिए सुरक्षा का विशेष प्रबंध किया गया है। बस में मेडिकल सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है।"
कंडक्टर पिंकी कुमारी ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए बस में तीन कैमरे लगाए गए हैं। दूरदराज जाने वाली महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। अगर बस में गर्भवती महिला सफर करती है तो उनके लिए अलग से सीट है, साथ ही कंडक्टर भी उनका विशेष ध्यान रखेंगी।
उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं से सफर के दौरान फीडबैक भी लिया जाएगा, जिससे सुविधाओं में सुधार लाने में मदद मिलेगी। सभी बसें राज्य के विभिन्न जिलों में चलेंगी, जिन्हें कंट्रोल रूम से मॉनिटर किया जाएगा।