क्या संस्कृति और पर्यटन दो एक साथ चलने वाले ट्रैक हैं?
सारांश
Key Takeaways
- संस्कृति और पर्यटन का गहरा संबंध है।
- पर्यटन आर्थिक विकास का महत्वपूर्ण स्तंभ है।
- भारत डिजिटल क्रांति के साथ बढ़ रहा है।
- ग्लोबल टूरिज्म इकोसिस्टम में 10% नौकरियों का योगदान।
- संरक्षण गतिविधियों के लिए बजट बढ़ाने की आवश्यकता।
नई दिल्ली, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शुक्रवार को फिक्की इवेंट में भारत की आर्थिक और सांस्कृतिक महत्ता को बढ़ाने में पर्यटन की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पर्यटन देश की सभ्यता की पहचान और भविष्य में वृद्धि का एक मुख्य स्तंभ है।
शेखावत ने कहा, "संस्कृति और पर्यटन एक साथ चलने वाले ट्रैक नहीं हैं; बल्कि ये एक ही वैल्यू चेन के स्तंभ हैं, जिन्हें अलग नहीं किया जा सकता।" उन्होंने बताया कि ग्लोबल टूरिज्म इकोसिस्टम भारत में लगभग 10 प्रतिशत नौकरियों का योगदान देता है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एमएसएमई, लॉजिस्टिक्स, ट्रांसपोर्ट, फूड एंड बेवरेजेस, हैंडीक्राफ्ट, स्किल डेवलपमेंट और डिजिटल सर्विसेज जैसे क्षेत्रों में पर्यटन-लेड विकास के अवसर उत्पन्न करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
उन्होंने कहा, "भारत वर्तमान में दुनिया के सबसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार का अनुभव कर रहा है, जो पर्यटन लैंडस्केप को पूरी तरह से बदल रहा है।" विभिन्न राज्यों में नए एयरपोर्ट, टर्मिनल, एक्सप्रेसवे और मेट्रो लाइनों ने यात्रा को सरल बनाया है।
शेखावत ने कहा, "हम कल्चर, पर्यटन, वेलनेस और ह्यूमन कनेक्शन के लिए दुनिया के सबसे पसंदीदा गंतव्यों में से एक बन रहे हैं।" उन्होंने ग्लोबल इन्वेस्टर्स और पार्टनर्स को भारत की तेजी से बदलती पर्यटन यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।
डिजिटल सुधारों पर उन्होंने कहा कि भारत का डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर्यटन में एक नई क्रांति ला रहा है। भारत 2.0 डिजिटल आर्किटेक्चर एक सिंगल-प्वाइंट वेरिफिकेशन और निर्बाध यात्रा अनुभव प्रदान करता है।
शेखावत ने कहा कि भारत की पर्यटन क्रांति एक संयुक्त मिशन है, जिसे सरकार, उद्योग और समुदाय मिलकर आकार दे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि संरक्षण गतिविधियों के लिए बजट बढ़ाने के प्रयास किए गए हैं, जिसमें युग युगीन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय भी शामिल है। इसके अलावा, वित्त मंत्रालय से बजट बढ़ाने का अनुरोध किया गया है।
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष ग्लोबल स्टैंडर्ड के 50 आइकॉनिक यात्रा पर्यटन स्थलों की घोषणा की गई थी। इसके लिए वित्तीय संसाधनों का अनुरोध किया गया है।