क्या देश शोक में है? हादसे पर राजनीति न करें, विपक्ष को गौरव वल्लभ की नसीहत

सारांश
Key Takeaways
- अहमदाबाद विमान हादसा एक गंभीर घटना है जिसमें अधिकांश यात्री मारे गए।
- गौरव वल्लभ ने राजनीतिक बयानों पर चिंता जताई है।
- इस मुद्दे पर सरकार ने तुरंत कार्रवाई की है।
नई दिल्ली, 14 जून (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के वरिष्ठ नेता गौरव वल्लभ ने अहमदाबाद विमान हादसे पर विपक्ष के सवालों को लेकर एक सख्त प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस भयावह घटना में एक व्यक्ति को छोड़कर बाकी सभी यात्रियों की दुखद मृत्यु हो चुकी है और सरकार ने इस मामले से जुड़े किसी भी आंकड़े को जनता से नहीं छुपाया है।
समाजवादी पार्टी को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि जब पूरा देश शोकाकुल परिवारों के साथ खड़ा है, तब इस समय में राजनीतिक लाभ उठाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। भारतीय संस्कृति में किसी की मृत्यु पर राजनीति करना अमानवीय माना जाता है और ऐसे व्यक्तियों को समाज उचित दृष्टि से नहीं देखता।
गौरव वल्लभ ने विपक्षी दलों से अनुरोध किया कि जब पूरा देश शांति के लिए प्रार्थना कर रहा हो, तब राजनीतिक बयानों का दौर बंद कर देना चाहिए। सपा से प्रश्न करते हुए उन्होंने कहा कि किस प्रकार के आंकड़े चाहिए? देश के हर नागरिक को इस हादसे की जानकारी है, लेकिन जो राजनीतिक दल भ्रष्टाचार, अराजकता और परिवारवाद में डूबे हैं, उन्हें सच्चाई दिखाई नहीं देती। उन्होंने कहा कि ऐसे दलों को पहले अपनी बुराइयों से मुक्त होना होगा, तभी उन्हें सच्चाई नजर आएगी।
वल्लभ ने कहा कि केंद्र सरकार ने हादसे की जांच के लिए तुरंत एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया है, जिसकी अध्यक्षता भारत के गृह सचिव करेंगे। यह समिति तीन महीने के भीतर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। उन्होंने बताया कि विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है, जिसका गहराई से अध्ययन किया जाएगा। इसके साथ ही सभी सुरक्षा मानकों का विश्लेषण कर इस हादसे की असली वजह का पता लगाया जाएगा और जनता को पूरी जानकारी प्रदान की जाएगी।
इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर भी वल्लभ ने विपक्ष के नेताओं पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कुछ नेता भारत में रहकर पाकिस्तान के समर्थन में बयानबाजी करते हैं। गौरव वल्लभ ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के समय जो देश हमारे साथ खड़े थे, आज हम उनके साथ क्यों हैं, इससे कुछ नेताओं को परेशानी है। उन्हें पाकिस्तान का पक्ष क्यों प्यारा है? यदि उन्हें इतनी हमदर्दी है तो वे पाकिस्तान जाकर चुनाव लड़ें। यह नया भारत है, यहां देश में रहकर पाकिस्तान के गीत गाने वालों की कोई जगह नहीं है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश को लेकर भी वल्लभ ने सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने जब स्पष्ट कर दिया कि उसने आसिफ मुनीर को कोई निमंत्रण नहीं भेजा, तो कांग्रेस और जयराम रमेश को अचानक पेट में दर्द क्यों होने लगा? उन्होंने तंज करते हुए कहा कि जयराम रमेश और मुनीर के बीच क्या रिश्ता है, यह देश जानना चाहता है। गौरव वल्लभ ने यह भी पूछा कि जब पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनामी होती है, तब कांग्रेस को सबसे अधिक परेशानी क्यों होती है।